

— मुख्य संरक्षिका श्रीमती इंदुमती देवी पाण्डेय जी द्वारा उदघाटन।
— 2 अप्रैल 2025 से संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित।
परमशक्ति धाम, अयोध्या विकास क्षेत्र, विक्रमजोत। 1 ईंट 1 रुपए के जन सहयोग से निर्माणाधीन पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के प्राथमिक कक्षाओं के भवन का भव्य, दिव्य उद्घाटन सरस्वती पूजन, हवन, महाप्रसाद वितरण व सम्मान समारोह के साथ संपन्न हुआ जिसमें भारतवर्ष के अनेकों क्षेत्रों से पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार जुड़े विशिष्ट समाजसेवी उपस्थित हुए।
जानकारी के अनुसार 1 ईंट 1 रुपए के जन सहयोग से निर्माणाधीन पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के प्राथमिक कक्षाओं के भवन का पावन महापर्व वसंत पंचमी के दिन 3 फरवरी 2025 को भव्य, दिव्य उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर सरस्वती पूजन, हवन, महाप्रसाद वितरण के साथ सम्मान समारोह का भी आयोजन हुआ जिसमें पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार से जुड़े सभी विशिष्ट समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पीडब्ल्यूएस शिक्षालय की मुख्य संरक्षिका व वरिष्ठ समाजसेविका श्रीमती इंदुमती देवी पाण्डेय जी द्वारा मुख्य पूजन के साथ पीडब्ल्यूएस शिक्षालय का उद्घाटन किया गया। इसी के साथ उत्तराखंड, लखीमपुर खीरी आदि टीम द्वारा निर्मित कराए गए कक्षों का संबंधित टीम द्वारा पूजन करके उन्हें लोकार्पित किया गया। पीडब्ल्यूएस प्रमुख आर के पाण्डेय एडवोकेट द्वारा पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार से जुड़े सभी विशिष्ट समाजसेवियों को अंगवस्त्र, पुष्पहार व सम्मान सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्रीमती इंदुमती देवी पाण्डेय, श्रीमती मनीषा पाण्डेय, श्रीमती संगीता त्रिपाठी, पण्डित कृष्ण कुमार त्रिपाठी, मनोज दीक्षित, साहब सिंह, श्रीकांत वर्मा, सच्चिदानंद राजपूत, धर्मेंद्र मनार, मुकेश कुमार, पीयूष वर्षण, आयुष वर्धन, इशिता, भूमिका, रामेश्वर प्रसाद, नरेंद्र सिंह, विकास तिवारी, राजेश कुमार, बृजेश पाण्डेय, महिमा, वेदांश, सुमित त्रिपाठी, बृजकिशोर यादव पत्रकार, राजेश सिंह सूर्यवंशी आदि विशिष्ट समाजसेवी उपस्थित रहे।
बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के समीप गोरसरा शुक्ल, परमशक्ति धाम, अयोध्या विकास क्षेत्र में निर्मित पीडब्ल्यूएस शिक्षालय का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस के बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ समाज के सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना, समाज में शत प्रतिशत साक्षरता की व्यवस्था करना, सामाजिक सेवा कार्य को गति प्रदान करना, अयोध्या दर्शनार्थियों को निःशुल्क ठहराव की व्यवस्था करना तथा अपने राष्ट्र भारतवर्ष को एक शिक्षित, विकसित व विश्वगुरु राष्ट्र बनाना है।