उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं श्री गोरक्षपीठ गोरखनाथ मन्दिर के गोरक्षपीठाधीश्वर श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा सनातन ही राष्ट्रीय धर्म के बयान पर भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एवं सनातन राष्ट्र भारत रक्षक महा मोर्चा के केंद्रीय संयोजक एके बिंदुसार ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय का यह बयान सभी पंथवादियों के लिए एक चिंतन का विषय खड़ा करता है जो अपने पंथ को धर्म बताकर अपने काल्पनिक धर्म की दुकानदारी चलाने का कार्य करते हैं।
नई दिल्ली।
वर्षों से देश के अंदर धर्म के नाम पर हो रहे राजनीति का अंत हो गया।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एवं सनातन राष्ट्र भारत रक्षक महामोर्चा के केंद्रीय संयोजक एके बिंदुसार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं श्री गोरक्षपीठ गोरखनाथ मन्दिर के गोरक्षपीठाधीश्वर श्री योगी आदित्यनाथ के महत्वपूर्ण बयान सनातन ही राष्ट्रीय धर्म है पर अपनी टिप्पणी करते हुए कहा कि संपूर्ण भारत वर्ष में श्री गोरक्ष पीठ का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान एवं भूमिका है और सनातन धर्म के लिए यह श्री गोरक्षपीठ गोरखनाथ मंदिर एक महत्वपूर्ण केंद्र है इस सच्चाई से नकारा नहीं जा सकता सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में गोरक्षपीठ से लोग जुड़कर मानव कल्याण के लिए कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म विश्व का प्राचीन धर्म है जिस धर्म के सिद्धांतों पर ही विश्व में तमाम पंथ चलते हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं श्री गोरक्षपीठ गोरखनाथ मन्दिर के गोरक्षपीठाधीश्वर श्री योगी आदित्यनाथ जी ने इस सच्चाई का बयान करके पंथ को धर्म बताकर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने वालों के मुंह पर ताला तो बंद कर दिया है अब विभिन्न पंथ हिंदू ,इस्लाम, बौद्ध , सिक्ख एवं इसाई के नाम पर भारत राष्ट्र बनाने की मांग करने वाले लोगों को सही राह पर आ जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण बयान के लिए भारतीय मीडिया फाउंडेशन, भारतीय मतदाता महासभा, इंटरनेशनल मीडिया आर्मी एवं सनातन राष्ट्र भारत रक्षक महामोर्चा उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करता है एवं उनका अभिनंदन करता है।
उन्होंने भारत के समस्त धर्माचार्यों एवं अलग-अलग पंथ बनाकर संचालित करने वाले पंथवादियों के लोगों से अपील करते हुए कहा कि श्री योगी आदित्यनाथ जी के इस बयान पर गंभीरता से विचार करते हुए मानवता के लिए राष्ट्र की उन्नति के लिए उन्हें आगे आना चाहिए अब उन्हें धर्म के नाम पर पंथ के नाम पर राजनीति का खेल खेलना मानवता को बांटने जैसा कार्य करने का असफल प्रयास करना अब बंद कर देना चाहिए।