जिम्म्मेदार मौन तो रौके कौन ?
रात के अंधेरे में चल रही तूरी की तस्करी,बाहरी प्रांतों से एटा कासगंज में हो रही मोटी सप्लाई, केंद्र बिंदु बना एटा, शहर की सड़कों से गुजर रहे ओवर लोड वाहन, जिम्मेदार मौन
एटा। उत्तर प्रदेश के एटा व कासगंज में ईंट भट्ठों की भरमार और उन पर बढ़ती ईंट की माँग के बाद ईंधन के अभाव में कूटी तूरी का प्रयोग अत्यधिक बड़ गया हैं, जिसको लेकर पडोसी प्रांतो से कूटी तूरी की तस्करी इन दो जनपदों में बड़े स्तर पर हो रही हैं, लेकिन अफ़सोस नियमों को तेख पे रख होती इस तस्करी को रोकने में जिले के अफसर विफल हैं कारण भले शुरुआती सर्दी के समय बिस्तर से बाहर न निकलने की सिरदर्दी का हो या फिर घर बैठे मिल रही शुबिधा शुल्क का, कारण जो भी हो लेकिन वास्तविकता तक ये हैं कि रात के अंधेरे में कूटी तूरी से भरे ओवर लोड वाहन धड़ल्ले से एटा की सड़कों से होते हुये एटा ही नहीं पड़ोसी जनपद कासगंज के ईंट भट्टों तक दौड़ रहे हैं। ऐसे में यह कहना कदापि गलत नही होगा “जिम्मेदार मौन तो रौके कौन? ….