
आगरा, देश के मशहूर गीतकार डॉ राजकुमार रंजन को नाशिक के माहेश्वरी भवन में स्व. सिद्धार्थ विवेक वाटवे की स्मृति में
विद्योत्तमा साहित्य शिरोमणि सम्मान प्रदान किया गया ।
सम्मान के साथ 5100 रुपये का चैक, स्मृति चिन्ह पटका ओढ़ा कर कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र राज्य हिन्दी अकादमी के कार्याध्यक्ष शीतला प्रसाद दुबे, विद्योत्तमा फाउडेशन के अध्यक्ष सुबोध मिश्रा, कार्यक्रम उद्घाटक के सी पाण्डेय सी एम डी गारगो टी मिनरल संग्रहालय, मुख्य अतिथि प्रोफेसर रामकुलकर्णी, विशिष्ट अतिथि अनिल कुमार प्रीतम क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त
के कर कमलों द्वारा दिया गया । इस अवसर पर देश के विभिन्न प्रांतों से आये 40 साहित्यकारों को साहित्य की विभिन्न विधाओं पर किये कार्यों पर सम्मानित किया गया ।
डॉ रंजन को यह सम्मान की उनकी 21 वीं प्रकाशित काव्यकृति
“एक उर्वशी और” पर करतल ध्वनि के साथ दिया गया ।
इससे पूर्व भी श्री रंजन को देश के प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रोफेसर सुरेश शर्मा ११००० का पुरस्कार आगरा विश्व विश्व विद्यालय के सूरपीठ द्वारा दिया गया 5101 का ब्रज भाषा सम्मान के साथ ही सैकड़ो सम्मान मिल चुके हैं । हिन्दी साहित्य सभा के महासचिव के रूप में आगरा में वर्षों से साहित्यिक आयोजन करते रहते हैं ।
हिन्दी साहित्य सभा के अध्यक्ष अरुण रावत, साहित्यकार शीलेन्द्र वशिष्ठ,डॉ बिरजू, डॉ राघवेन्द्र शर्मा, रजिया बेगम “जिया”, रामेन्द्र मोहन त्रिपाठी, शिवसागर शर्मा सुबोध सुलभ, राकेश तैनगुरिया ठा भरत सिंह , सी बी सिंह, पत्रकार ओम ठाकुर, राजेश दीक्षित , अरशद वारसी मनोज गोयल आदि ने डॉ रंजन को मिले सम्मान पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है ।