वकालत कार्य एक तपस्या हैं, जिला जज

कलेक्ट्रेट बार में युवा अधिवक्ताओ का कौशल विकास कार्यशाला

एटा,
क्रियेटिव एजुकेशन एण्ड डेवलपमेंट सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित युवा अधिवक्ताओ का कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट बार एटा के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षाता/ मुख्य अतिथि जिला जज दिनेश चन्द्र रहे, मंचासीन अतिथिगण विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष/अपर जिला जज कमालुद्दीन साहब, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिल कुमार, बार के अध्यक्ष रमेश बाबू यादव एडवोकेट, महासचिव रोहित पुंडीर एडवोकेट,कार्यक्रम संयोजन योगेश कुमार सक्सैना एडवोकेट, मंचाशीन रहे, और संचालन अमित जौहरी एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर जिला जज ने कहा कि हमें नई ऊर्जा के साथ पुराने कानून को ध्यान में रखते हुए नए कानून का ठीक से अध्ययन करना चाहिए, समाज में जैसे-जैसे सिस्टम बदलता रहता है हमें उसी के अनुसार बदलते रहना चाहिए, वकील को अपनी साफ सुथरी छवि बनाकर रखनी चाहिए। युवा अधिवक्ताओ के लिए वकालत के पांच नियम होते हैं सीखो बिना कमाई के, नो वर्क नो मनी, वर्क विदाउट मनी, सम वर्क सम मनी, मनी विदाउट वर्क। यह युवाओं को ध्यान रखना चाहिए कि अधिवक्ताओं को मृदुभाषी होना चाहिए। बार और बेंच के बीच किसी भी प्रकार की नकारात्मक सोच उत्पन्न नहीं होने देना चाहिए, वकीलों के लिए हर रोज सीखना है इसलिए वकालत का कार्य एक तपस्या है।
अपर जिला जज/ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कमालुद्दीन साहब ने भी कहा कि आज का दौर इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का दौर है विधि के साथ-साथ टेक्नोलॉजी का भी ज्ञान रखना जरूरी है। सीनियर अधिवक्ताओं को अपना ज्ञान जूनियर अधिवक्ताओं को देना चाहिए और उनसे मृदुभाषी व्यवहार तथा उनकी व्यवस्था सही कैसे चल सके यह ध्यान रहना चाहिए,न्याय का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे यही हम सब का उद्देश्य है ।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिल कुमार ने कहा कि हमारी एकेडमिक मां विधि की डिग्री है। हमें बार- बेंच रिलेशन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए, हमने अपने जूनियर के साथ मित्रवत व्यवहार नैतिकता, वकालत सीखने और सीनियर अधिवक्ताओं को जूनियर अधिवक्ताओं की जरूरत को समझें और उनकी ज़रूरतें पूरी करने पर ध्यान देना चाहिए। राजीव वर्मा एडवोकेट ने कहा कि हमारे अधिवक्ताओं को जिंदगी भर पढ़ते रहना चाहिए, और फैक्ट, एक्ट और टैक्ट के अनुसार ईमानदारी के साथ काम करना चाहिए।अधिवक्ता भी कोर्ट ऑफिसर होते हैं इसलिए हमें विधिवत ड्रेस में रहना चाहिए। इस अवसर पर इस अवसर पर कलेक्ट्रेट बार के पूर्व अध्यक्ष रामनरेश मिश्रा एडवोकेट, प्रमोद तिवारी एडवोकेट, अशोक सिकरवार एडवोकेट पूर्व अध्यक्ष, प्रेम सिंह चौहान एडवोकेट अध्यक्ष अधिवक्ता कल्याण कोष ,विनोद बाबू एडवोकेट, रामेश्वर पचौरी एडवोकेट पूर्व अध्यक्ष, अध्यक्ष रमेश बाबू यादव ने कहा कि युवा अधिवक्ताओ के लिए कौशल विकास की कार्यशाला समय-समय होती रहनी चाहिए।
इस अवसर पर बार के उपाध्यक्ष देवेंद्र पाल सिंह एडवोकेट, नितिन चंद्रेश संयुक्त सचिव, कैलाश राजपूत, पंकज कुमार एडवोकेट, दिनेश यादव एडवोकेट, लोकेंद्र सिंह एडवोकेट, बृजराज सिंह एडवोकेट, महीपाल सिंह एडवोकेट, शीलेंद्र कुमार एडवोकेट, कृष्ण प्रताप सिंह एडवोकेट, बृजेश कुमार एडवोकेट,सरिता एडवोकेट, देवेंद्र लोधी एडवोकेट, रनवीर सिंह एडवोकेट, आदि सैकड़ों अधिवक्तागण मौजूद रहे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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