नदिया के पार फिल्म की 90 प्रतिशत शूटिंग जौनपुर के केराकत तहसील के विजयपुर और राजेपुर नामक गांवों में हुई।राजश्री प्रोडक्शंस की सबसे सफल फिल्मों में से एक ” नदिया के पार” को लिखा...
पाकीजा आज भी हिंदी फिल्म इतिहास की कल्ट क्लासिक मानी जाती है। कमाल अमरोही की ज़िद का अंदाज़ा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि उन्होंने अपनी फ़िल्म के एक गाने में...
“मैं इन्हें कैसे छू सकता हूं? ये तो हमारी मैडम हैं। मुझसे ये नहीं हो पाएगा।” इस तरह पूरे आठ दिन निकल गए। लेकिन वो सीन पूरा नहा हो सका। ये छोटा सा लेकिन...
मुगल-ए-आजम’ की ‘बहार’ निगार सुलताना ने मोहब्बत भी शिद्दत से की और नफरत भी, पति के. आसिफ को घसीट लाईं थी कोर्ट 1949 में आई फिल्म ‘पतंगा’ का गाना ‘मेरे पिया गए रंगून’ तो...
‘शोले’ के इमाम चचा को अमिताभ ने दिए थे 20 लाख रुपये, 3 साल जेल में रहे थे एके हंगल, गुमनामी में बीते आखिरी दिन साल 1975। रमेश सिप्पी की डायरेक्टेड फिल्म ‘शोले’ रिलीज...
बात है 1947 की अजीब सा माहौल था देश के विभाजन को लेकर बहुत तनाव बना हुआ था ।उन दिनों प्राण साहब लाहौर में रहा करते थे वह लाहौर फिल्म इंडस्ट्री के एक स्तब्लिश्ड...
महाभारत के शकुनि को भूले तो नहीं!! गूफी पेंटल, जिनका असली नाम सरबजीत सिंह पेंटल था, एक भारतीय अभिनेता और कास्टिंग निर्देशक थे। उन्होंने मुख्य रूप से बॉलीवुड फिल्मों और हिंदी टीवी धारावाहिकों में...