क्योंकि जीत तो हमेशा ही खुशी देती है

पर खुशी तब और ज्यादा बड़ी होती है जब भारत आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम को हराकर फाइनल में पहुंचे
“बड़े मैचों के रन चेज में हमेशा दबाव तो बहुत होता है
पर कोई दिक्कत नहीं, क्योंकि वहां कोहली हमेशा खड़ा होता है”
“क्योंकि जहां मैटर बड़े होते हैं
वहां कोहली हमेशा खड़े होते हैं”
शतक से चुके कोहली, लेकिन 85 रनों की विराट पारी से भारत की जीत निश्चित की
भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर शान से चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में प्रवेश किया
ऑस्ट्रेलिया से पिछली कई नॉक आउट मैचों की हार का बदला लिया भारत ने
विराट के 85 के अलावा, श्रेयस के बहूमूल्य 45 रन, कप्तान रोहित के तेज तर्रार 28 रन, अक्षर के उपयोगी 27 रन
के एल राहुल (42 नॉट आउट) और बूम बूम पांडिया (28 रन) का भी अंत मे बेशकीमती योगदान