
भारतीय मीडिया फाउंडेशन नई दिल्ली।
सुरक्षा में वृद्धि: यह अधिनियम पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को उनकी पेशेवर गतिविधियों के दौरान होने वाले हमलों और उत्पीड़न से सुरक्षा प्रदान करेगा।
स्वतंत्रता में वृद्धि: यह अधिनियम पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बिना किसी डर के अपने विचार व्यक्त करने और जानकारी साझा करने की स्वतंत्रता प्रदान करेगा।
जवाबदेही में वृद्धि: यह अधिनियम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद करेगा जो पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर हमला करते हैं या उन्हें धमकाते हैं।
विश्वास में वृद्धि: यह अधिनियम पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास की भावना पैदा करेगा, जिससे वे अधिक प्रभावी ढंग से अपना काम कर सकेंगे।
मीडिया पालिका के गठन से निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:
पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व: मीडिया पालिका पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक मंच होगा, जहां वे अपनी समस्याओं और चिंताओं को उठा सकते हैं।
सरकार और जनता के बीच संवाद: मीडिया पालिका सरकार और जनता के बीच संवाद को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
मीडिया और सामाजिक मुद्दों पर बहस: मीडिया पालिका मीडिया और सामाजिक मुद्दों पर बहस को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मीडिया पालिका के गठन और पत्रकार सामाजिक कार्यकर्ता सुरक्षा अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सरकार, मीडिया और जनता सभी का सहयोग आवश्यक है।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह अधिनियम अभी भी लागू होना बाकी है, और इसके वास्तविक लाभ समय के साथ ही पता चलेंगे।