बैंक भ्रष्टाचार की नई परतें, पत्रकार दीपक गुप्ता के साथ दुर्व्यवहार ने खोली पोल

मऊगंज: बैंक भ्रष्टाचार की नई परतें, पत्रकार दीपक गुप्ता के साथ दुर्व्यवहार ने खोली पोल

मऊगंज जिले में भ्रष्टाचार के मामले अब सिर चढ़कर बोल रहे हैं। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधाएं और बैंक अधिकारियों का अभद्र व्यवहार अब आम हो चुका है। हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मऊगंज के मैनेजर द्वारा दिव्यांग पत्रकार दीपक गुप्ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। पत्रकार दीपक गुप्ता ने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत स्वरोजगार के लिए लोन का आवेदन किया था। सभी दस्तावेज पूरे होने के बावजूद, स्टेट बैंक मऊगंज के मैनेजर ने उनका आवेदन अस्वीकृत कर दिया। जब दीपक गुप्ता ने अपनी समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेल किया, तो बैंक मैनेजर बौखला उठे और पत्रकार को फोन कर धमकियां देने लगे। बैंक मैनेजर की धमकी भरी कॉल ने यह साबित कर दिया कि मऊगंज जिले में भ्रष्टाचार और बैंक अधिकारियों की मनमानी चरम पर है। लोन आवेदन को अस्वीकृत करने का यह कदम स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार की जड़ें उजागर करता है। यह सवाल उठ रहा है कि ऐसे मैनेजर को नियुक्त क्यों किया गया, जो न केवल अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं, बल्कि ग्राहकों और पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार भी कर रहे हैं। बैंकिंग प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की चुप्पी इसे और गंभीर बनाती है। पत्रकार दीपक गुप्ता ने इस पूरे मामले को उजागर करने का निर्णय लिया है। उन्होंने मैनेजर के दुर्व्यवहार और भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए कड़ी प्रतिक्रिया दी। दीपक गुप्ता का कहना है कि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे और इस भ्रष्ट तंत्र को उजागर करेंगे! मऊगंज जिला बनने के बाद, यह क्षेत्र विकास के बजाय भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है। बैंकिंग, शिक्षा विभाग, और प्रशासनिक तंत्र में भ्रष्टाचार की खबरें आए दिन सामने आ रही हैं। जनता का विश्वास अब धीरे-धीरे सरकारी तंत्र और बैंकिंग संस्थानों से उठता जा रहा है। क्या स्टेट बैंक के इस मैनेजर पर सख्त कार्रवाई होगी? क्या बैंकिंग प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कोई कदम उठाया जाएगा? क्या मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय इस मामले को गंभीरता से लेंगे? मऊगंज की जनता अब मुख्यमंत्री और उच्च प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा कर रही है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और बैंकिंग व्यवस्था में सुधार लाने की आवश्यकता है।

📞 संपर्क: 7566164891

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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