झंडी दिखाकर विकासखंड निधौली कला परिसर से ग्राम पंचायतो के लिये रवाना किया

प्रचार वाहन को खंड विकास अधिकारी उमेश अग्रवाल व एडीओ पंचायत एबरन सिंह भारती के द्वारा हरी झंडी दिखाकर विकासखंड निधौली कला परिसर से ग्राम पंचायतो के लिये रवाना किया गया।


एटा–(गुनाह का सच) जल जीवन मिशन हर घर जल योजना अंतर्गत जागरूकता अभियान को लेकर प्रचार वाहन को खंड विकास अधिकारी उमेश अग्रवाल व एडीओ पंचायत एबरन सिंह भारती के द्वारा हरी झंडी दिखाकर विकासखंड निधौली कला परिसर से ग्राम पंचायतो के लिये रवाना की गई इससे पहले विकासखंड निधौलीकलां की सभागार में संज्ञान लखनऊ के द्वारा जल जीवन मिशन हर घर जल योजना की आईईसी कार्यक्रम के अंतर्गत जन जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एफ.एच.टी.सी. हर घर जल योजना को साकार बनाने व पेयजल का रखरखाव, दूषित पेयजल एवं गंदगी से बचाव के बारे में विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। जिला अनुश्रवण इकाई के डॉक्टर अजीत सिंह बताया कि यदि हम पंचायत के अंतिम व्यक्ति तक सबको नल से जल देने का लक्ष्य प्राप्त कर लेते हैं तो आने वाले समय में दूषित पेयजल एवं गंदगी से होने वाली बीमारियों पर हमारे स्वास्थ्य बजट 101 अरब डालर की बचत होगी उन्होंने कहा कि हर घर जल योजना के अंतर्गत प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी दिया जाएगा उसका इस्तेमाल केवल खाना पकाने और पीने के लिए करें। अन्य घरेलू कार्यों के लिए उस पानी का इस्तेमाल ना करें,कार्यशाला को संबोधित करते हुए खंड विकास अधिकारी उमेश अग्रवाल ने बताया कि पेयजल प्रबंधन को लेकर महिलाओं की भूमिका अग्रणी रहेगी उन्होंने कहा देश विदेश में अनेक स्थानों पर स्थानों पर पेयजल को लेकर तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है अनियंत्रित भूगर्भ जल दोहन उचित प्रबंधन के अभाव में पेयजल की समस्या का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है इस से बचाव हेतु समाज के सभी वर्गों को इस में अपना योगदान देना होगा है।
इस योजना को सफल बनाने के लिए लोगों का जागरूक होना अति आवश्यक है जिला कार्यक्रम अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि बच्चों के लिए स्वच्छ जल उनकी बेहतरी और समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। जल जीवन मिशन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो रहा है, क्योंकि स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में प्राथमिकता के आधार पर पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, जिससे बच्चों में पानी से संबंधित बीमारियों के मामलों में काफी कमी आएगी। शिशुओं और छोटे बच्चों में जल जनित रोगों की संभावना कम होगी और खुले में शौच की समाप्ति के परिणामस्वरूप अतिसार (डायरिया) रोग के कारण बच्चों की मृत्यु की घटनाओं में कमी आएगी। इस अवसर पर विजेंद्र सिंह सीबी & टी प्रशांत पाठक टीम लीडर स्टूडेंट रिलीफ सोसायटी मुख्य सेविका कनकलता आंगनबाड़ी कार्यकत्री मीणा, मंजू देवी संगीता, रश्मि,सरोज गुप्ता, मीरा देवी, रंजना, सुशीला सहायक जिला परियोजना समन्वयक अभिषेक कोऑर्डिनेटर रहमान विशाल इत्यादि उपस्थित रहे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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