
भारत का कानून अब तक 111बार शंशोधन बदला जा चुका है,
और सनातन धर्म राष्ट्र भारत के लिए
सनातन धर्म राष्ट्र भारत में रहने वाले सनातनीयो के लिए सनातन सापेक्ष भारत के संविधान को लागू करने के लिए।
भारत के संविधान के नाम पर अग्रेजों द्वारा 1860 में बनाए गए भारत का कानून तथा 1861में पुलिस एक्ट जो सनातन धर्म राष्ट्र की स्मिता को बर्बाद करने के लिए, सनातनियो पर बर्बरता करने के लिए काननू में बदलाव की आवश्यकता है ।
भारतीय संविधान की प्रस्तावना के अनुसार।
समान नागरिक संहिता।
समान शिक्षा संहिता।
समान स्वास्थ्य संहिता।
समान विधान संहिता।
समान श्रम संहिता ।
समान पुलिस संहिता।
समान न्याय व्यवस्था संहिता ।
समान कर संहिता।
समान जनसंख्या नियंत्रण संहिता
।
समान धार्मिक स्थलो पर नियंत्रण संहिता।
धर्मान्तरण नियंत्रण संहिता।
भ्रष्टाचार नियंत्रण संहिता, जिसमे भ्रष्टाचार करने वाले तथा भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्तियो की शत प्रतिशत संपति जब्त तथा सनातन धर्म राष्ट्र भारत से नागरिकता समाप्त करने का प्रावधान सम्मलित हो।
समान सनातन धर्म, सनातन संस्कृति, को प्रदर्शित करने वाले।
वेद, पुराण, महाभारत, रामायण को समस्त सनातनियों तक अनिवार्य रूप से पहुंचने वाले संहिता ।
सहित अनेकों संहिता विधान को सनातन धर्म राष्ट्र भारत में लागू करने की आवश्यकता है।
इन मुद्दों पर वर्तमान सरकार को कोई विपक्षी क्यों घेरते हुए नजर नहीं आ रहे हैं???
सनातन राष्ट्र भारत की जय हो 🙏🕉️🚩🇮🇳