महात्मा गांधी विद्यापीठ शिक्षा शास्त्र विभाग मे राष्ट्रीय एपिलेप्सी दिवस के अवसर पर परिचर्चा अयोजित की गई।

वाराणसी
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ शिक्षाशास्त्र विभाग में आज दिनांक 17/11/2023 को राष्ट्रीय एपिलेप्सी दिवस के अवसर पर परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा का प्रमुख विषय एपिलेप्सी रोग का लक्षण एवं रोकथाम रहा। इस अवसर पर शिक्षाशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सुरेंद्र राम ने विषय स्थापना करते हुए इस रोग के संबंध में समाज में व्याप्त भ्रांतियों को बताया और विशेषज्ञों से सलाह लेने की बात की। मुख्य वक्ता काशी विद्यापीठ योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विभाग की सहायक आचार्य डॉ सुनीता जी ने एपिलेप्सी के लक्षणों कारण एवं उससे बचाव के उपाय को विस्तार से बताते हुए कहा कि एपिलेप्सी मुख्यत:एक मानसिक बीमारी है। इसका उपचार संभव है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को रसीले मौसमी फलों हरी सब्जियों मैग्नीशियम युक्त फल एवं आहार का सेवन करने का सुझाव दिया। उन्होंने इस रोग से ग्रसित व्यक्ति को दौरा आने पर बहुत ही संवेदनशील ढंग से बर्ताव करने का सलाह दी। जैसे रोगी के मुंह में कपड़ा न डालें उस समय कोई आहार न दे आसपास नुकीले सामान को हटा दें तथा चुस्त कपड़ों को ढीला कर दें। साथ ही यदि दौरे का समय अधिक हो तो उसे तत्काल चिकित्सक के पास ले जाए। कार्यक्रम का संचालन डॉ ध्यानेंद्र कुमार मिश्र सहायक आचार्य शिक्षाशास्त्र विभाग ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन शोध छात्रा शिखा राय ने किया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ दिनेश कुमार शोध छात्र विनय कुमार सिंह एवं एम ई डी & बी ई डी के समस्त छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से सहभागिता की ।