लालगंज प्रखंड को मिला जिला का पहला प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई

बिहार वैशाली हाजीपुर न्यूज आज जिलाधिकारी वैशाली श्री यशपाल मीणा के द्वारा लालगंज प्रखंड मुख्यालय में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का फीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया गया। यह अपशिष्ट प्रबंधन इकाई जिले की पहली इकाई है इसे लालगंज के लिए तोहफा के रूप में देखा जा रहा है।इस अवसर उपस्थित जनमानस को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक अपशिष्ट पर्यावरण के लिए एक गंभीर समस्या के रूप में उभर कर सामने आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्लास्टिक आमजन जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है,खासकर सिंगल यूज प्लास्टिक की खपत में हाल के वर्षों में लगातार वृद्धि हुई है।इसके लिए प्लास्टिक अपशिष्टों का स्थानीय स्तर पर विकेंद्रीकृत तरीके से प्रबंधन किया जाना जरूरी है।इसके लिए आमलोगों को प्लास्टिक अपशिष्ट से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने एवं इसके उपयोग में कमी लाने तथा इसका रीसाइकलिंग करने की जरूरत है। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार के द्वारा 1 जुलाई 2022 से ही सिंगल यूज प्लास्टिक की कुल 19 वस्तुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है इसमें थर्मोकोल से बनी प्लेट कप गिलास कैरी बैग,कटलरी जैसे- कांटे चम्मच चाकू एस्ट्रा, मिठाई के बक्सों पर लपेटी जाने वाली फिल्म, प्लास्टिक युक्त निमंत्रण कार्ड सिगरेट पैकेट की फिल्म प्लास्टिक के झंडे, गुब्बारे की स्टिक, आइसक्रीम स्टिक,कैंडी स्टिक एवं 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले फ्लेक्स बैनर शामिल है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक अपशिष्ट के खतरनाक प्रभाव को कम करने तथा पर्यावरण अनुकूल तरीके से इसका प्रबंधन करने के उद्देश्य से आज इस अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का उद्घाटन किया गया है। इस इकाई के निर्माण में 16 लाख रुपए की लागत आई है। इसके संचालन की जवाब देही जीविका सीएलएफ को दी गई है। इस इकाई में बेलिंग मशीन, डस्ट रिमूवल और कटर मशीन लगाया गया है। इन मशीनों के माध्यम से प्लास्टिक प्रबंधन की उचित व्यवस्था हो सकेगी। इस इकाई के माध्यम से न केवल पंचायत को प्लास्टिक मुक्त करने के अभियान में मदद मिलेगी बल्कि वायुमंडल में बढ़ते प्रदूषण को रोकने में भी सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त सहित सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी,प्रखंड प्रमुख, लालगंज प्रखंड के सभी पंचायत के मुखियागण, लालगंज नगर परिषद अध्यक्ष एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।अविनाश रंजन की रिपोर्ट