
जज साहब वाले मामले में जज साहब और सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कोई जवाब आता उससे पहले बड़ी अम्मा बनने वाले अतुल गर्ग DFS साहब ने बयान दिया कि किसी प्रकार का कैश नहीं मिला ,
जबकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी विडियोज और फोटोज में कैश साफ देखा जा सकता है ,
ऐसे में सवाल बनता है कि क्या अतुल गर्ग के ऊपर किसी प्रकार का दबाव बनाया गया ?
क्या अतुल गर्ग ने किसी लालच में ऐसा फर्जी बयान दिया ?
सरकार और सुप्रीम कोर्ट को तत्काल इस ऑफिसर को सस्पेंड करके इंक्वायरी बिठानी चाहिए और सच को पूरे देश के सामने लाना चाहिए ,
साथ में अतुल जी की संपत्ति की जांच और पुराने ऑर्डर्स की जांच निष्पक्ष रूप से होनी चाहिए ।
ये तीन घटनाएं बताती हैं कि कुछ तो पर्दे के पीछे हो रहा है!!
पहला आईएएस अभिषेक प्रकाश भ्रष्टाचार के आरोपों में सस्पेंड किए गए।
दूसरा अयोध्या में एसडीएम सोहावल अभिषेक सिंह हटाए गए।
एक शहीद के बेटे शिवम यादव की मौत के मामले में उन पर आरोप थे। शहीद के बेटे को बुरी तरह अपमानित करने, बाल तक मुंडवा देने के।
तीसरा इससे पहले वाराणसी के जेलर उमेश सिंह को भी एक महिला डिप्टी जेलर से अश्लीलता व क्रूुरता के गंभीर आरोपों में हटाना पड़ा था।
इस दौर में अभिषेक प्रकाश, उमेश सिंह और अभिषेक सिंह जैसों को हटा सकना कल्पना से भी परे हुआ करता था!!!
आरोप दर आरोप के बावजूद कोई उन्हें छू भी नही सकता था।
“ईश्वर” काफी कमज़ोर हो चलें हैं क्या?