
Prayagraj Mahakumbh: महाकुंभ में एक नहीं दो जगह हुई भगदड़? झूंसी में भी दिखीं 10 लाशें, चश्मदीदों का दावा महाकुंभ में भगदड़ वाली रात कितनी भयावह थी, अब इसको चश्मदीद अपनी जुबान से बयां कर रहे हैं. घटना के समय वहां मौजूद चश्मदीद धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं, जो हादसे वाली रात की कहानी सुना रहे हैं.साथ ही नए-नए खुलासे भी कर रहे हैं, जिनको जानने के बाद लग रहा है कि कहीं महाकुंभ मेला प्रशासन कुछ छिपा तो नहीं रहा है. महाकुंभ प्रशासन ने बताया है कि हादसा केवल संगम नोज पर हुआ और इसमें 30 लोगों की मौत हुई.
हालांकि अब चश्मदीद जो कहानी बता रहे हैं वो तो और भी चौंकाने वाली है. चश्मदीदों ने बताया कि महाकुंभ क्षेत्र में मौनी अमावस्या के दिन एक नहीं बल्कि दो जगहों पर भगदड़ मची थी. मौनी अमावस्या के दिन सुबह चार बजे झूंसी के सेक्टर-21 में भी भगदड़ मची थी. जानकारी होने पर टीवी9 भारतवर्ष की टीम ग्राउंड जीरों पर पहुंची. यहां दो लोग, जिन्होंने भगदड़ में अपने परिवारीजनों को खोया, वो भी सामने आए.
झूंसी में हुई भगदड़ में कुल 10 लोगों की मौत!
एक चश्मदीद ने बताया कि भगदड़ में उसके परिजन का हाथ टूट गया. वहीं कुछ लापता हैं, जिनके बारे में प्रशासन कोई जानकारी नहीं दे रहा है. जिस जगह पर भगदड़ हुई, वहीं पर एक व्यक्ति ठेला लगाए हुए था. उसने बताया कि भगदड़ में घायल हुए लोगों को पानी पिलाकर उनकी जान बचाई. वहीं पांच लाशें तो खुद अपनी आंखों देखी. चश्मदीदों ने बताया कि झूंसी में हुई भगदड़ में कुल 10 लोगों की मौत हुई है. फिलहाल झूंसी के सेक्टर-21 की घटना पर अब तक महाकुंभ प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं. कोई भी अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है.
हालांकि अब जब झूंसी की खबर सुर्खियों में आई तो महाकुंभ पुलिस-प्रशासन सक्रिय हुआ. आनन-फानन में महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण सामने आए. उन्होंने कहा कि झूंसी में किसी प्रकार की कोई घटना नहीं है. हादसा केवल संगम नोज पर हुआ है. उन्होंने झूंसी की घटना से इनकार कर दिया.
DIG वैभव कृष्ण ने घटना से किया इनकार
हालांकि डीआईजी वैभव कृष्ण भले ही इस घटना से इनकार कर रहे हैं, लेकिन चश्मदीदों के बयान ने सवाल तो खड़ा कर ही दिया है, क्या महाकुंभ में दो जगहों पर भगदड़ मची है? भीड़ इतनी ज्यादा थी कि मौके पर झूंसी वाली घटना का प्रशासन को पता ही नहीं चला? या संगम नोज की घटना की वजह से झूंसी की घटना पर किसी ध्यान ही गया? इन सबके बीच एक बड़ा सवाल यह है कि महाकुंभ प्रशासन कहीं कुछ छिपा तो नहीं रहा है?
संगम नोज पर 30 श्रद्धालुओं की मौत
बता दें कि मौनी अमावस्या के दिन हुए हादसे में कुल 30 लोगों की मौत हो गई. वहीं 60 लोग घायल हो गए. प्राथमिक उपचार के बाद 24 घायलों को उनके परिजन घर लेकर चले गए, जबकि 36 का इलाज अस्पताल में चल रहा है. वहीं सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया. साथ ही हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए.