भारत क्रिकेट में केवल एक ही फॉर्मेट में खेलने का माहिर बना रहने की अपनी पुरानी आदत से बाज नहीं आने बाला दिख रहा है। रोहित ने जैसे विश्व खितब् जीत उस फॉर्मेट से अलविदा कह अलग किया मगर टीम प्रबन्धन ने नहीं विचारा।
न्यूजी लैंड के बाद आस्ट्रेलिया से भी उसी तर्ज पर खेल जारी है। जिससे साफ दिख रहा है कि अंतर राष्टीय स्तर पर होने बाले आयोजन को ही बस आधार बना बैठे हैं। दूसरे अब सन्यास अश्विन के बाद विराट का होता दिख रहा है। रोहित तो खुद घोषणा कर ही चुके हैं। मगर सार्वजनिक नहीं की, है। विराट का हक भाव और हाड़वाहट कुछ कहती दिखा रही है। रोहित मैदान में अब मंथन करते देखे जा सकते हैं।
रोहित तो ग्लब्स छोड़ संदेश दे चुके हैं। ब्रिसबेन टेस्ट की पहली पारी में 10 रनों पर आउट होने के बाद रोहित ने अपने ग्लव्स डगआउट के पीछे छोड़ दिए।आर अश्विन के अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने से प्रशंसक और विशेषज्ञ हैरान हैं, जिससे टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली और रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
दोनों ही बल्लेबाजों ने कई बड़ी पारियां खेलीं लेकिन एक-दूसरे के साथ मिलकर पिछले 7 साल में कोई बड़ी साझेदारी नहीं कर सके हैं. आंकड़े बताते हैं कि 1 जनवरी 2018 के बाद से कोहली और रोहित ने 34 टेस्ट मैच की 12 पारियों में एक साथ बल्लेबाजी की है लेकिन इस दौरान वो एक बार भी शतकीय साझेदारी नहीं कर सके हैं.।