बरेली । किला क्षेत्र स्थित कटघर मोहल्ले में मंदिर के नाम की संपत्ति पर मुस्लिम परिवार के कब्जे का शोर मचा तो संभल जैसे विवाद की आशंका पनप गई। मामले को गंभीरता से लेकर डीएम और एसएसपी ने मौके पर जांच के आदेश दिए। बृहस्पतिवार को सदर तहसीलदार भानुप्रताप और किला थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल की।
तहसीलदार ने भवन में रह रहे वाहिद अली से पूछताछ की। वाहिद ने बताया कि वह दौली जवाहरलाल समिति के चौकीदार हैं और देखरेख के नाते परिवार समेत यहां कई वर्षों से रह रहे हैं। समिति या प्रशासन उससे कहे तो वह खुद ही परिवार के साथ यहां से चले जाएंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें कुछ वक्त चाहिए। तहसीलदार ने कितना वक्त चाहिए। इस पर वाहिद ने आठ महीने का वक्त मांगा है।
इस पर लिखित में आठ माह के अंदर परिसर छोड़ने की सहमति बन गई।
लिखापढ़ी के साथ टीम मुआयना करके चली आई। इस बीच राकेश सिंह ने इस संपत्ति को अपने पूर्वजों की बताकर दावा किया। उन्होंने कहा कि यहां पहले मूर्तियां और शिवलिंग था, जिसकी दोबारा स्थापना होनी चाहिए। वहीं इसके सर्वराकार बताये जा रहे श्याम सुंदर ने बताया कि समिति कब्जा छोड़ेगी तो वह इसकी देखभाल करेंगे। कहा कि यह संपत्ति मंदिर के नाम की जरूर है लेकिन कभी यहां मूर्ति नहीं रही और पूजा नहीं हुई।