योगी सरकार की हाईटेक तैयारी:विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ मिनटों में मिलेगा बिछड़ा भाई, AI कैमरे करेंगे कमाल
प्रयागराज।तीर्थराज प्रयागराज में गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी के संगम तट पर जनवरी 2025 में विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ के रूप में होने जा रहा है।महाकुंभ की तैयारी अंतिम चरण में है।महाकुंभ के लिए योगी सरकार खास तैयारी कर रही है।बेहतरीन सड़कों से लेकर पौराणिक पेंटिंग और स्मार्ट बल्ब का भी प्रबंध किया जा रहा है।
विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैरता हुआ अस्थायी पुल बनाया जा रहा है। इसके साथ ही महाकुंभ में बिछड़ों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) से लैस कैमरों और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद लेने की तैयारी है।
अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि एआई तकनीक से लैस इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया मंच भी बिछड़ने वाले लोगों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे।इस बार महाकुंभ में देश-विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनो के खोने का डर नहीं सताएगा।
विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि मेला प्रशासन द्वारा डिजिटल खोया-पाया केंद्र को एक दिसंबर से शुरू कर दिया जाएगा। इसके माध्यम से 328 एआई कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे और इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। चतुर्वेदी ने बताया कि शासन के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे लगाने का काम अपने अंतिम चरण में है और मेला क्षेत्र में चार स्थानों पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है।
विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि डिजिटल खोया-पाया केंद्र तकनीक के सहारे कार्य करेंगे और इसमें हर खोये हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा, जिसके बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे।यही नहीं गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और एक्स पर भी साझा किया जाएगा।चतुर्वेदी ने बताया कि खोये हुए व्यक्तियों की पहचान के लिए चेहरे की पहचान करने वाली तकनीक का उपयोग किया जाएगा और एआई से लैस कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे।