मुलायम को पद्म विभूषण तो फिर परमहंस को भारत रत्न क्यों नहीं- मनीष पांडेय
अयोध्या में निर्मित हो बलिदानी कारसेवक का बलिदान स्थल
अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के शाला का पुरुष परमहंस रामचंद्र दास जी महाराज ने अपना संपूर्ण जीवन राम मंदिर के लिए समर्पित कर दिया, आज उन्हीं के पूण्य प्रताप की वजह से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण संभव हुआ है अतः ऐसी महान विभूति को कम से कम भारत रत्न सम्मान से विभूषित किया जाना अति आवश्यक होगा, उक्त बातें राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने परमहंस जी की 21वीं पुण्यतिथि के अवसर पर दिगंबर अखाड़े में स्थापित की गई उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कही, श्री पांडेय ने यह भी कहा कि राम भक्तों पर गोली चलवाने वाले मुलायम सिंह यादव को अगर पद्म विभूषण दिया जा सकता है तो फिर राम मंदिर आंदोलन के नायकों को भारत रत्न से सम्मानित क्यों नहीं किया जा सकता हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय ने यह भी कहा है कि अयोध्या में सरयू तट पर बलिदानी कारसेवकों का बलिदान स्थल भी निर्माण करवाया जाए हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष महंत रामलोचन शरण शास्त्री राजन बाबा ने कहा कि परमहंस जी के तप और बल के ही कारण आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण संभव हो पाया है ऐसे में उनकी उपेक्षा किसी भी स्तर से नहीं होनी चाहिए, जिस सम्मान के वे अधिकारी हैं वह उन्हें मिलना ही चाहिए श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख लोगों में चंद्रहास दीक्षित, वैदेही शरण, कुलदीप श्रीवास्तव सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे!