
एटा,जनपद लोकसभा. एटा जो 22 नंबर से पहचानी जाती है. भौगोलिक स्थिति के अनुसार अगर देखा जाए तो यह सीट. दो जनपदों की. कई विधानसभा सीटों से मिलकर एट बनाई गई है. जिसमें विधानसभा क्षेत्र एटा एवं . मारहरा. एटा जनपद से हैं तथा जनपद कासगंज से. कासगंज विधानसभा सीट इसके लिए चुनाव करती है. जनपद में आगामी 7 में को मतदान होना है. जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया एवं. नाम वापसी. की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है. यहां. रिटर्निंग ऑफिसर. कासगंज जिला अधिकारी है. और यह नामांकन प्रक्रिया कलेक्ट स्थित कासगंज सोरों रोड पर ही संपन्न हुई. जनपद एटा. मैं निर्वाचन आयोग के निर्देश पर. जिला निर्वाचन अधिकारी एवं पुलिस. शांतिपूर्ण निष्पक्ष चुनाव संपन्न करने के लिए हर संभव प्रयास रत है एवं. आयोग के दिशा निर्देशों का अक्षर से पालन किया जा रहा है. वही मतदान के दौरान चुनाव ड्यूटी पर लगाई गई. अधिकारी एवं कर्मचारियों का प्रशिक्षण. एक पाली में संपन्न हो चुका है. चुनाव पर्यवेक्षक जनपद मुख्यालय पहुंच चुके हैं. और भारी मात्रा में पुलिस बल यहां पहुंच चुके हैं. जनपद भर में पुलिस फोर्स स्थानीय पुलिस के साथ सुरक्षा बलों के साथ शांतिपूर्ण मतदान संपन्न करने के लिए एवं जनता में विश्वास दिलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है एवं. भ्रमण कर रहा है. नामांकन के दौरान. सभी प्रत्याशियों ने अपना दमखम दिखाया. और भी समर्थकों के साथ नामांकन कर चुके हैं. हालांकि यहां तो इस चुनाव मैदान में. तकरीबन 10 प्रत्याशी में है. लेकिन मुख्य मुकाबला यहां पर. तीन प्रत्याशियों में हो रहा है. एटा लोकसभा के वर्तमान सांसद. एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी के पुत्र. राजवीर सिंह उर्फ राजू भइया तीसरी बार चुनाव मैदान में है. और भी अपनी हैट्रिक लगाने के लिए पूरा दाम कम लग रहे हैं. भाई दूसरी ओर समाजवादी पार्टी को कोई स्थानीय प्रत्याशी नहीं मिला उन्होंने जनपद औरैया के बिधूना से. देवेश शख्य को यहां मैदान में उतारा है. बहुजन समाज पार्टी को भी अंतिम समय तक जब कोई प्रत्याशी नहीं मिला तब. कांग्रेस पार्टी छोड़कर. हाथी पर सवार हुए. जनपद के कद्दावर. मुस्लिम नेता इरफान एडवोकेट को. अंतिम समय में पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. उनके बसपा से चुनाव मैदान पर उतरने से. यहां का चुनाव बड़ा रोचक हो गया है और मुकाबला त्रिकोणी होने की पूरी पूरी संभावना है. जहां एक और पार्टी के वोट बैंक. को भारतीय जनता पार्टी का. पूरा-पूरा भरोसा है वहीं दूसरी ओर. जातिगत आंकड़े भी. वोटरों पर असर डालते हैं. एटा जनपद लोकसभा सीट में लोधी एवं शाक्यों की संख्या. खास असर रखती है. इस कारण. सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया. अपनी जीत के लिए पूरी तरह अश्वत हैं और उन्हें इलेक्ट्रिक लगाने का मौका मिलता है तो फिर जनपद में. उनकी यह तीसरी जीत होगी. दूसरी ओर साथ प्रत्याशी. देवेश. को यहां के लोग वहारी प्रत्याशी मान रहे हैं. समाजवादी का वोट बैंक. यादव वोट भी यहां पर अपनी अहमियत रखता है वह तो उन्हें मिलना सुनिश्चित है. वहीं दूसरी ओर. वहीं दूसरी ओर. हाथ का साथ छोड़कर हाथी पर सवार हुए. बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी. मोहम्मद इरफान को अपनी आंकड़ों के हिसाब से अगर देखा जाए तो उन्हें मुस्लिम वोटो में काफी अच्छी पकड़ बताई जाती है वहीं दूसरी ओर. बहुजन समाज पार्टी का एस सी वोट मायावती के नाम पर जो हाथी पर ही अपना वोट देता है. वह अपनी जीत के प्रति पूरी तरह पक्की मान रहे है. अब देखना यह है कि. बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी. अपने बेसिक वोट बैंक के साथ अन्य वोटो में कहां तक सेंधवरी करते हैं जितनी वह अन्य वोटो में सेध मरी करेंगे उतना ही बहुजन समाज पार्टी को लाभ होगा. यह तो आने वाला समय ही बताया कि ऊंट किस करवट बैठेगा लेकिन एटा लोकसभा सीट का चुनाव त्रिकोणीय स्पष्ट नजर आ रहा है एटा से निशकांत शर्मा की रिपोर्ट.