
एटा। पंडित सुदर्शन लाल शर्मा,(सेवानिवृत जेलर) आज ही के दिन 23 वर्ष पूर्व हम सभी से दूर गोलोकधाम वासी हो गए थे.उनकी पुण्यतिथि उनके आवास भन्नामल परिसर एटा,में अत्यन्त सादगी से गत वर्षो की अपेक्षा बिना किसी औपचारिकता के श्रद्धा सुमन अर्पित कर मनाई गई.इस अवसर पर उनका प्रिय सुंदरकांड का पाठ परिवार द्वारा किया गया.
महान क्रांतिकारी विचारों से परिपूर्ण अंग्रेजी शासन में अधिकारी होने के बावजूद कारागार मे निरुद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की अग्रेज हुकूमत के आदेशों के विरद्ध पूरी मदद की.प्रदेश के सेन्ट्रल जेलों में डा.राममनोहर लोहिया,प.मोती लाल नेहरू.प.जवाहर लाल नेहरू, चो.चरण सिंह,श्रीराजनरायन,एटा के श्री बाबूराम वर्मा, सहित हजारो क्रांतिकारियों की नैनी,इलाहबाद.वाराणसी, फतेहगढ़ ,बरेली,सेन्ट्रल जेलों,जिला जेलों मे मदद की,
उनका अन्य बंदियों के प्रति भी बेहतर व्यवहार रहा,सन 1934 से 1969 तक विभाग की सेवा करने के बाद अपने मूल निवास जनपद एटा के गांव गाँव रिजोर में आ गये.ततपश्चात एटा शहर में अपने मकान में रहने लगे.
आज उनकी पुण्यतिथि पर उनका अपना व पूरा रिजोर परिवार श्रद्धांजलि अर्पित करता है.