आज की बात
कल का मिशन आज की खबर
शंकर देव तिवारी

जब बाह क्षेत्र के चंबल के बीहड़ दश्युओं की हल चल से मुक्त होने लगी वैसे ही मेरे लिए बड़ी और में चाही खबरों का अभाव होने लगा तो ऐसी खबर जो मिशन का रूप ले खोजी गई । रेल की लाइन लाना एसी खबर मिली जिसे रामराज सिंह राठौर रमाशंकर गुप्ता , मलखान सिंह, राम सिंह आजाद, आदि के साथ सैकड़ों लोग इसके लिए हमारी खबर की आधार शिला रहे । पिनाहट के जलनिगम के डाक बंगला में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री अजय सिंह जी से खास बातचीत के बाद मिले सर्वे के आश्वासन पर लाखों के बजट पहली सफलता थी । इसके बाद जो क्रम मंदिर अभियान के साथ चुन कर आए फिरोजाबाद से प्रभू दयाल कठेरिया का रेल मिशन में साथ मिला । ये अभियान ऐसा था जिसे बिना किसी बड़े के सफलता मिली । 1939में उखड़ी रेल लाइन आई एक वृतांत कभी और बताएंगे मगर अभी आज ये खबर मिली है कि बाह स्टेशन पर एक ट्रेन का रुकना शुरू दो नवम्बर से होगा ।का हम स्वागत करें ।
हालांकि शब्दों के जाल में लिखा पत्र पूरा चित्र साफ नहीं करता दिखता मगर रेल मंत्री की लोकर्पण के समय की गई घोषणाओं में से एक घोषणा पूर्व प्रधान मंत्री अटल जी के पैतृक गांव जो उत्तर भारत का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है को हाल्ट से आदर्श स्टेशन बनायेंगे अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है । जिसका इंतजार है । ऐसे ही पिनाहट, मानिकपुरा, जैतपुर में साथ बटेश्वर के रेल अड्डों तक जाने के लिए सड़कों का अभियान शुरू तक नहीं हुआ है
जिसके लिए अभी भी हमारे रामशंकर गुप्ता , अनिल गुप्ता, रामसिंह आजाद मलखान सिंह राठौर , सिंह , विनोद, भूपेंद्र ,मुकेश शर्मा मनोज दीक्षित आदि के प्रयास जारी हैं