जिलाधिकारी ने जाँच कर एफआईआर कराने के दिए आदेश
बरेली। बदायूं रोड के करगैना निवासी सेवानिवृत सूबेदार भूदेव शर्मा ने बरेली जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार को दिए शिकायती पत्र में बताया कि पराग डेयरी के सामने बदायूं रोड,बरेली का वास्तविक मालिक बताया है। शिकायती पत्र में लिखा है कि विपक्षीगण हरजीन सिंह विक्रेता के पुत्रगण गुरमीत सिंह व मुरकीरत सिंह ने हरजीत सिंह की मृत्यु के तीस वर्ष बाद दूसरे पक्ष के सुमित भारद्वाज संजीव खण्डेलवाल,आशिक अली, ऋषि गुप्ता के साथ मिलकर दाखिल खारिज आदेश करा लिया जिसकी निगरानी अपील विचाराधीन है।
दिनांक 14दिसंबर को उक्त सुमित भारद्वाज, संजीव खण्डेवाल व रामबाबू सिंह कन्नौजिया व आशिक अली बुलडोजर के साथ फर्जी पुलिस, फर्जी महिला होमगार्ड, फर्जी लेखपाल व फर्जी नायब तहसीलदार लेकर मौके पर पहुंचे और बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने लगे तो रिटायर्ड फौजी ने 112 पर फोन करके पुलिस बुलाई, तब भी उक्त लोग आमादा फसाद करते रहे। इनके साथ अन्य लगभग 25 व्यक्ति मय असलाह तैयार थे पुलिस की सूझ बूझ से मामला थाने तक आया और सारे कागजात आदि दिखाने के पश्चात थानाध्यक्ष ने उस समाधान दिवस वाले दिन मामला ठंडा कराया। बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी आरोप लगाते हुए बताया कि उपरोक्त लोगों द्वारा धमकी दी है कि या तो वह कब्जा दे दे अन्यथा जान देने को तैयार रहे यहां तक कि थानाध्यक्ष द्वारा दखल देकर मामला सुलझाने के पश्चात, मुझ प्रार्थी को थाने में बैठा छोड़कर, दोबारा जमीन पर कब्जा करने पहुंचे जिसमें काफी तकरार हुई जिसमें बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी के बेटे के पैर में जेसीबी से टक्कर मार दी। तभी दोबारा 112 डायल कर पुलिस बुलाई तब पुलिस ने मशकक्त के बाद उक्त लोगों को वहां से खदेड़ कर वापस भेजा। होटल व्यवसाई सुमित भारद्वाज पर तमाम तरह के अवैध धन्धों में लिप्त होने का आरोप लगाया है। बताया कि सुमित उसके भाई व पिता के मोबाईल फोन की छः माह की कॉल डिटेल निकलवाई जाए तो उनके अवैध धंधो का पर्दाफाश हो जायेगा। अवैध धन्धा के बल पर उपरोक्त शोषण कर रहे है। अधिवक्ता पर पहले भी कई गम्भीर आरोप लग चुके हैं जिसकी वीडियो भी वायरल हुई थी।