
बरेली :: सेंथल के पास दिबनापुर में रेल लाइन पर गर्डर और बोल्डर रखने की घटना के बाद आरपीएफ सतर्क हो गई है। आरपीएफ ने रूट का निरीक्षण किया और सेंथल के आसपास के तीन गांवों में संदिग्धों से भी पूछताछ की। आरपीएफ पता लगा रही है कि यह किसी की शरारत है या फिर साजिश है।
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल क्षेत्र में दिबनापुर स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर गर्डर और बोल्डर रखे गए थे। इसमें मालगाड़ी टकरा गई थी। गनीमत रही कि एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें नहीं गुजरी थीं, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। इस मामले में थाना हाफिजगंज में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं आरपीएफ ने भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है। आरपीएफ की अब तक की जांच में पता चला है कि गर्डर और बोल्डर आसपास के क्षेत्र के युवकों ने रखे होंगे। आरपीएफ ने दिबनापुर, अहमदाबाद, कुआटांडा और आसपास के गांवों में शरारती तत्वों पर नजर रखना शुरू कर दिया है।
भोजीपुरा चौकी आरपीएफ का दावा है कि ट्रेन संचालन को प्रभावित करने वाले जल्द पकड़े जाएंगे। वहीं पीलीभीत सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही बढ़ी है। ऐसे में और अधिक सतर्कता बरतनी शुरू कर दी गई है। आरपीएफ उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि वह गांवों में लोगों को ट्रैक पर न चलने, ट्रेनों पर पत्थर न फेंकने और ट्रैक पर कुछ भी न रखने के लिए भी जागरूक कर रहे हैं ।।