पार्षदों के पत्रों पर जब अफसर शाही नहीं लेंगे संज्ञान,फिर कैसे होंगे काम:
सहारनपुर
जिस प्रकार से हर एक देश या राज्य को चलाने के लिए राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार से राज्यों के जिलों में नियुक्त जनता के कहे जाने वाले सेवादार विधायक, एमएलए, सांसद, उनका भी देश के विकास की भागीदारी में बड़ा अहम योगदान होता है, क्योंकि देश की जनता ने उन्हें चुना है और यही कारण है कि यह सब अपने देश की जनता के सेवादार के रूप में कार्य करते हैं, उसी प्रकार से उत्तर प्रदेश के जिलों के नगर निगमों से निर्वाचित सेकटरों में नियुक्त आपके सेक्टर का पार्षद भी इन्हीं लोगों की भांति अपने आत्म सम्मान अपने स्वाभिमान का एक बड़ा अधिकारी होता है, क्योंकि इन पार्षदों को भी इसी देश की जनता ने ही चुना है, किसी बाहरी ग्रह के एलियंस लोगों ने नहीं चुना, मेरा मानना है कि इन लोगों के सेक्टर से संबंधित विकास को गति देने के लिए इनके शिकायती पत्रों पर भी गंभीरता पूर्वक कार्रवाई किया जाना चाहिए. क्योंकि यह अपने जिले के उस सेक्टर के मुख्यकर्ता धर्ता होते हैं, और इनको भी मोहल्ले के वासियों को अपनी जवाब देही देनी होती है। अगर इनके पत्रों पर शासन और प्रशासन गंभीरता पूर्वक विचार नहीं करेगा तो फिर इनके पदों का क्या महत्व रह जायेगा। अक्सर देखने में आ रहा है जिस प्रकार से सेक्टर पार्षदों के पत्रों पर संज्ञान लेना चाहिए उस प्रकार से संज्ञान नहीं लिया जा रहा है, क्योंकि पिछले काफी समय से वार्ड 44 के पार्षद अपने पत्र के माध्यम से वार्ड को विकास की गतिशील प्रदान करने के लिए प्रशासन को पत्र लिखते आ रहे हैं, लेकिन यहां अफसोस है की पार्षदों के पत्रों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। नगर निगम के वार्ड 44 के पार्षद फहाद सलीम के द्वारा जानकारी दी गई है कि वे स्थानीय प्रशासन को अपने वार्ड के विधुत तारों और जर्जर पोल से संबंधित शिकायती पत्र देते आ रहे हैं। पत्र के हवाले से कहा गया कि उनके वार्ड-44 किशनपुरा फिडर व दर्पण टाकिज अम्बाला रोड फिडर के विभिन्न क्षेत्रो में विद्युत तार व विद्युत पोल पिछले काफी समय से जर्जर अवस्था में हैं। जिसके चलते इनके अवस्थित होने से रात में कभी भी शार्ट सर्किट होने के कारण तार टूट जाते हैं, जिससे उनके सेक्टर वासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इस संबंध में उन्होंने स्थानीय प्रशासन को जर्जर तारों को ठीक करने के लिए पत्र भी भेजें हैं, इसके अलावा पार्षद फहाद सलीम ने बताया वे पिछले 6 महिनो से मुसलसल LNT कम्पनी के ठेकेदार राम प्यारे यादव को भी बार बार अवगत कराया गया था, जिसमें पार्षद ने ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए कहा की समस्या का निदान करना तो दूर की बात है अपितु ठेकेदार के द्वारा आश्वासन देने और अपने कर्मचारियों को भेजकर भी जांच करवाना उचित नहीं समझा, पार्षद फहाद सलीम का यह भी आरोप है कि ठेकेदार ने उल्टा उन्हीं से अभद्र व्यवहार पर उतारू हो गए, पार्षद फहाद ने बताया कि इस संबंध में ठेकेदार पर कार्रवाई एवं विद्युत की जर्जर स्थिति को नवीनीकरण में परिवर्तित या ठीक कराये जाने के लिए जिलाधिकारी व विद्युत अधिशासी अभियंता को एक बार फिर से पत्र लिखकर अवगत कराया गया है ।