मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों की भीड़ के पीछे अकेले बैठे नजर आ रहे शख्स, प्रदेश के नए चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन हैं ..
मध्यप्रदेश सरकार का “रूल आफ बिजनेस” कहता है कि चीफ सेक्रेटरी, कैबिनेट का सचिव होता है। यही कारण है कि प्रशासनिक प्रमुख होने के चलते 1956 से अब तक के सभी मुख्य सचिव, मंत्रिपरिषद की बैठकों में मुख्यमंत्री के साथ बैठते रहे हैं।
डॉ मोहन यादव ने इस अलिखित परंपरा तोड़कर, बैठकों में मुख्य सचिव को एक तरफ बैठाना शुरू किया..
नए मुख्य सचिव अनुराग जैन भले ही दिल्ली से भेजे गए हों.. पर एक तरफ बैठाने की नई परंपरा, दृढ़ता से जारी है।
हालांकि इस नई परंपरा को लेकर दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.. इससे एक ओर जहां प्रशासनिक मशीनरी में मुख्यमंत्री की दृढ़ता का संकेत गया है… वहीं दूसरी और प्रशासनिक मशीनरी से जुड़ा एक तबका, चीफ सेक्रेटरी को इस तरह अलग-थलग बैठाने को, सर्वोच्च प्रशासनिक मुखिया की गरिमा के खिलाफ, नकारात्मक भाव से देख रहा है.