एटा। कोतवाली नगर में श्रृंगार नगर निवासी शिक्षिका ने अपने ग्राम विकास अधिकारी पति सहित पांच ससुराल वालों पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप लगाया है। कि दहेज के लिए उसको प्रताड़ित किया गया। ताने दिए गए कि दो ऑपरेशन हो गए हैं, अब तेरा बच्चा नहीं होगा। शिक्षिका आरती यादव ने बताया कि वह प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं। मोहल्ले के ही जगदीश प्रसाद यादव ने अपने पुत्र देवेंद्र सिंह यादव के साथ विवाह करने के लिए मेरे पिता को कहा। पिता मायाप्रकाश ने साफ मना कर दिया था। जानकारी करने पर पता चला कि देवेंद्र सिंह ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नौकरी करता है। इसके बाद पिता ने 15 फरवरी 2021 को देवेंद्र सिंह के साथ मेरा विवाह कर दिया और लगभग 20 लाख रुपये खर्च किए। विवाह से पूर्व ही मैंने शर्त रखी थी कि वेतन का पैसा मैं अपने हिसाब से खर्च करूंगी। बताया कि विवाह के कुछ दिन बाद ही देवेंद्र सिंह और उसके घर वाले तनख्वाह से पैसे मांगने लगे। कभी 50000 तो कभी 1 लाख रुपये मुझसे लेने लगे। कुछ समय बाद मैंने 25 दिसंबर 2021 को
एक बेटी को ऑपरेशन के माध्यम से जन्म दिया। यह देखकर मेरी सास गुस्सा
हो गई और बोली कि तूने लड़की पैदा की है सारा खर्चा तू ही उठा। पिता का प्लॉट भी नाम करने का दबाव बनाया। 3 जुलाई
2022 को रात में पीटते हुए चाकू से जान लेने का प्रयास किया गया। 30 जनवरी 2024 को एक और बेटी को मैंने जन्म दिया। इसके बाद तो सास, ससुर पति व
अन्य ससुराल वाले बौखला गए । आरोप है कि सास श्यामा देवी ने कहा कि अब तो इसका दो बार ऑपरेशन हो गया है। भविष्य में कोई बच्चा नहीं होगा। बात-बात पर प्रताड़ित किया जाने लगा और अतिरिक्त दहेज में एक स्कॉर्पियो गाड़ी की मांग की गई। ससुराल वालों का ऐसा व्यवहार देखकर अपने दोनों बच्चों के साथ मैं मायके आ गई। एक दिन पति देवेंद्र अज्ञात व्यक्ति को लेकर घर पर आया और बड़ी बेटी अनाहिता को जबरन उठाकर ले जाने लगा। कहा कि जब तक स्कॉर्पियो गाड़ी नहीं दोगी और घर का खर्चा नहीं चलाओगी मैं बेटी को नहीं दूंगा। विरोध किया तो गला दबाकर मारने की कोशिश की। छोटी बहन ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद देवेंद्र जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया।