
मथुरा से राया होते हुए अपने
गांव जाते हुए गांव पिरसुआ से गुजरे
तो पता चला कि सुप्रसिद्ध भागवताचार्य श्री दामोदर शर्मा जी अपने गांव में ही विराजे हैं । सन्त समागम का सहज सुअवसर समुपस्थित देख
उनके आवास पर जाकर दर्शन किये ।
सत्संग लाभ प्राप्त किया । अपनी पुस्तक (हर भाव ईश्वरीय हो जाये )उन्हें भेट की । वे अतिशय विनम्र संत स्वभाव की विभूति हैं ।