40लोकसभा फर्रुखानाद चुनाव पर एक नजर।*

*चमचों और चाटुकारों के शिकंजे में सपा प्रत्यासी।*
*भाजपा की हैट्रिक को रोक पायेगे सपा प्रत्यासी।*
*पत्रकार मोहित यादव बने सपा प्रत्यासी के गले की फांस।*
*एटा जनपद के कद्दावर नेता पूर्व सांसद कु0देवेंद्र सिंह यादव और पूर्व विधायक अजय यादव ने यादवों की अनदेखी पर भाजपा का दामन थामा।*
*बहुत कठिन है डगर पनघट की।*
यूपी हैड देवेंद्र शर्मा देवू की कलम से।
लोकसभा फर्रुखाबाद में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डॉ नवल किशोर शाक्य और भाजपा प्रत्यासी दो बार के सांसद मुकेश राजपूत के मध्य चुनावी जंग होना लगभग तय है।एक तरफ भाजपा प्रत्यासी हैट्रिक लगाने की पूरी तैयारी में आवश्वत नजर आ रहे है, वही सपा प्रत्यासी डॉ नवल किशोर शाक्य स्वयं तो कड़ी मेहनत कर चुनावी जंग को लड़ने के लिए भरसक प्रयत्न कर रहे हैं।परंतु उनको कुछ चाटुकारों दलालों ने पूरी तरह अपने चंगुल में ले रखा है,जिनकी बजह से सपा प्रत्यासी की मुश्किलें पीछा नही छोड़ रही।दूसरी तरफ सपा का पारंपरिक यादव वोटर असमंजस की स्थित में पड़ा हुआ है।चूंकि जनपद फर्रुखानाद और एटा में यादवों की बहुतायत होने के बाबजूद भी किसी यादव को सपा का टिकट न मिलने से भी यादव पशोपेश में पड़ा हुआ है,साथ ही प्रदेश में भाजपा की सरकार होने की बजह से भी यादव समाज दहशत महसूस कर रहा है। *एक तरह से एटा जनपद और फर्रुखानाद जनपद में नेतृत्व विहीन हुई यादवों की राजनीति कहना कोई अतिश्योक्ति नही होगी।* इधर अपना हक पार्टी ने यादव समाज के पत्रकार मोहित यादव को अपना प्रत्यासी घोषित कर सपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।पत्रकार मोहित यादव के बाबा ललोसी लम्बरदार भी अलीगंज विधानसभा चुनाव लड़ चुके थे और मेरे कुछ वोटो से चुनाव हार गए थे।इसलिए मोहित यादव को कम कर आंकना भी सपा प्रत्यासी को भारी पड़ेगा।सूत्रों से ज्ञात हुआ है, कि शीघ्र ही फर्रुखानाद और एटा के पत्रकार अपने पत्रकार साथी को चुनाव लड़ाने के लिए चुनाव प्रचार का हिस्सा बनेगे। बताते चले कि सपा के कुछ दलाल पूर्व में भी सपा को पूरी तरह नेस्तनाबूत करने में अपनी भूमिका निभा चुके हैं। जानकारी में आया है कि सपा के कुछ ऐसे चाटुकार जो कि पार्टी के ही कार्य कर्ताओं से अभद्र व्यवहार कर उन्हें अपमानित भी कर रहे हैं। चुनाव परिणाम चौंकाने वाले तो होंगे ही, फिर समाजवादी पार्टी के अलावा अन्य दलों के लोग ईबीएम पर ठीकरा फोड़ेंगे।