
एटा ,विश्व हिन्दू परिषद के भारतीय गोवंश रक्षण संवर्द्धन परिषद के तत्वाधान में एक बैठक का आयोजन कैंप कार्यालय शान्ती नगर एटा पर शाम 6बजे किया गया।बैठक की अध्यक्षता प्रान्त अध्यक्ष अरविन्द सिंह चौहान की।
बैठक को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने कहाँ कि पूरे ब्रज प्रान्त में गौशालाओं की स्थिति बहुत ही दयनीय है जो की काफी चिंता का विषय है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गोवंशों के लिए रात दिन सोचते हैं तथा गोवंशो के आशीर्वाद से ही दुबारा सत्ता में आये जव कि विपक्ष गोवंशो को लेकर खूब चिल्लाया लेकिन उसका कोई असर नहीं पड़ा।लेकिन कुछ जनपदों में अधिकारी व कर्मचारी सरकार की छवि खराब करने में जुटे हुए हैं।
श्री चौहान ने कहाँ कि विश्व हिन्दू परिषद व गौ रक्षा विभाग के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के द्वारा गोशालाओ का औचक निरीक्षण किया जा रहा है तथा कमियों को सुधार करने के लिए कहाँ जा रहा हैं तो कुछ जनपदों में गोशालाओ को संचालित करने वाले प्रधान व सचिव पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को झूठे केस में फसाने की धमकियां दे रहे हैं ऐसी सूचनाए प्राप्त हो रही है। ऐसी सूचनाओं की जानकारी देने के लिए जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के सीयूजी नंबर पर फोन किया गया तो उनका फोन उठता ही नहीं है अगर फोन उठ भी जाता है तो अधीनस्थ कर्मचारी फोन उठाते हैं तथा वह कह देते हैं कि साहब अभी मीटिंग में है। मै आपकी बाद में बात कराता हूँ लेकिन फिर वार्ता हो नहीं पाती है।ऐसे अधिकारीयो व कर्मचारियों की सूची शीघ्र ही माननीय मुख्यमंत्री जी को उपलब्ध करायी जाएगी तथा इनकी कार्य शैली से भी अवगत कराया जाएगा।
श्री चौहान ने कहाँ कि जनपद एटा मे जिलाधिकारी महोदय व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय एटा भी गोवंशों के लिए काफी चिंतित रहते हैं।जिलाधिकारी महोदय एटा ने गौशालाओ में गोवंशों की देखभाल करने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये है तथा फीडबैक भी लेते हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा का कहना है कि जनपद में कहीं पर भी गोकशी नहीं होने दी जायेगी तथा गोकशी करने वालों पर गैंगस्टर वह रासुका के तहत कार्यवाही की जाएगी। मेरे द्वारा कुछ गौशालाओ का निरीक्षण किया गया तथा निरीक्षण रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदय एटा को सौंपी तो उन्होंने निरीक्षण रिपोर्ट को काफी गंभीरता से लिया तथा तत्काल सुधार करने के लिए अधीनस्थों को निर्देशित किया।
श्री चौहान ने कहाँ कि मेरा माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध है कि ऐसे अधिकारी जो कि सरकार की छवि को धूमिल करने में जुटे हुए हैं तथा सीयूजी फोन नहीं उठा रहे हैं ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए अन्यथा की स्थिति में आगामी लोकसभा चुनावों में इसका असर दिखायी देगा।
बैठक में,अशोक सिसौदिया,अतुल कुमार, किशोर शर्मा,अभयप्रिय श्रीवास्तव,दिलीप कश्यप, समता वर्मा,ललित कुमार, जितेन्द्र कुमार,सुखवीर सिंह,आदि सैकडों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।