
पुण्यतिथिः
बीएल तिवारी का पुण्यतिथि पर भावपूर्ण स्मरण
आगरा।
गर्व और गौरव की अनुभूति कराता है बीएल तिवारी का त्याग और बलिदान,भदावर महाविद्यालय के संस्थापक प्राचार्य ने जंग ए आजादी के दौरान सींची थी क्रांति की पौध।बाह।चंबल की बलिदानी माटी में क्रांति की पौध को सींचने वाले भदावर महाविद्यालय के संस्थापक प्राचार्य बीएल तिवारी का पुण्यतिथि पर भावपूर्ण स्मरण किया गया।वक्ताओं ने कहा कि बीएल तिवारी का त्याग और बलिदान गर्व और गौरव की अनुभूति कराता है। भदावर महाविद्यालय में पुष्पाजंलि अर्पित कर प्राचार्य डा0 सुकेश यादव ने कहा कि 14 देशी विदेशी भाषाओं पर पकड रखने वाले बीएल तिवारी ने न सिर्फ क्रांति की पौध को सींचा वरन अशिक्षा के बीहड में शिक्षा की ज्योति जलाई। बीएल तिवारी के बेटे शंकर देव तिवारी,अभिलाष शर्मा ने उनके व्यक्तित्व के अनछुये पहलुओं से छात्र छात्राओं को रूबरू कराया तो भावुक हुये बिना नहीं रह सके। इस दौरान अनिल तोमर, प्रहलाद चतुर्वेदी, उमेश सिसोदिया,मुकेश शर्मा,राजेश पाण्डेय,उपेन्द्र भदौरिया,विक्रांत चतुर्वेदी,देवकुमार जैन आदि मौजूद रहे।बाह के अलावा जरार के एआर आदर्श इंटर कालेज में आयोजित विचार गोष्ठी में इनके क्रांति इतिहास को संरक्षित किये जाने की वकालत सुरेश सिसोंदिया,पुरूषोत्तम सिंह,कमल वर्मा,मोहन प्रकाश आदि ने की।जबकि जैन नगर बाह में आशुतोष नेहरु ने उनसे जुडे हुए प्रसंग साझा किये।सतीश पचौरी ने बीएल तिवारी के व्यक्तित्व को रेखांकित किया।