राजस्व टीम ने की पैमाइश, बाद में श्मशान की भूमि की गई चिह्नित
अंतिम संस्कार से रोका तो शव को रख किया विरोध, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा/नूहखेड़ा। श्मशान घाट की भूमि पर अंतिम संस्कार करने से रोकने के बाद शव घंटों तक रखा गया। स्थाई श्मशान घाट के लिए ग्रामीणों ने मांग की। विरोध के बाद अवागढ़ पुलिस की देखरेख में राजस्व टीम ने पैमाइश की। श्मशान घाट भूमि चिह्नित की गई। कई घंटों बाद अंतिम संस्कार हो सका है।
पूरा मामला गांव रोहिना मिर्जापुर के मजराजात गांव मिर्जापुर का है। शनिवार सुबह गांव के ही मेघ सिंह पुत्र तिलक की मौत हो गई थी। मृत्यु के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए गांव के श्मशान स्थल पर पहुंचे थे। जिस जगह पर अंतिम संस्कार होता था वह जमीन किसी और की होने की वजह से उसने इंकार कर दिया, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। स्थाई श्मशाम घाट की मांग करने लगे। श्मशान घाट की भूमि न होने के कारण घरवालों ने अंतिम संस्कार नहीं किया।
एसडीएम जलेसर रामनयन के आदेश के बाद राजस्व टीम ने अवागढ़ पुलिस के साथ मिलकर गांव पहुंचकर पैमाइश की। क्षेत्रीय लेखपाल विपिन कुमार एवं लेखपाल कैलाश चंद्र ने गांव मिर्जापुर में पैमाइश की। पैमाइश के दौरान श्मशान घाट के लिए भूमि चिंहित की गई। ग्राम प्रधान बाबूलाल, पूर्व प्रधान लाखन सिंह राणा सहित तमाम लोगों की मौजूदगी मे पैमाइश कराने के साथ ही शमशान की जमीन को चिन्हित किया गया। शव का अंतिम संस्कार कराया गया है।
वर्षों से जिस जगह पर दाह संस्कार होता था वह जमीन किसी और की थी, जिन्होंने अंतिम संस्कार करने से मना करा दिया। श्मशान के लिए स्थाई जमीन कराने की मांग की गई। पैमाइश कराने के बाद श्मशान की भूमि चिन्हित कर दी गई है। शव का अंतिम संस्कार किया गया है।
-बाबूलाल, ग्राम प्रधान मिर्जापुर एटा।
अवागढ़ थाना पुलिस की मौजूदगी में गांव मिर्जापुर में राजस्व टीम ने पैमाइश की। श्मशान की भूमि चिह्नित कर दी गई है। शव का दाह संस्कार करा दिया गया है। स्थिति सामान्य है।
-रामनयन सिंह, एसडीएम जलेसर
अवैध कब्जा वाली स्थिति नहीं थी। श्मशान घाट के लिए स्थाई भूमि नहीं थी। भूमि मिलने के बाद शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। जाँच चल रही है आगे की कार्रवाई उसी के अनुसार होगी।
-फूलचन्द्र, एसएचओ अवागढ़