
नई दिल्ली:
भारतीय मीडिया फाउंडेशन (बीएमएफ) ने उत्तर प्रदेश में पत्रकारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड जारी न किए जाने और उन्हें स्वास्थ्य लाभ से वंचित रखे जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया है। बीएमएफ के संस्थापक एके बिंदुसार ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय से एक बयान जारी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की जोरदार मांग की है।
बिंदुसार ने कहा कि पिछले दो वर्षों से उत्तर प्रदेश के पत्रकार, विशेषकर जनपद एटा सहित पूरे राज्य में, सूचना निदेशालय और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के लगातार चक्कर लगाने को मजबूर हैं। उन्हें अभी तक आयुष्मान कार्ड जारी नहीं किए गए हैं, जिससे वे मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मिलने वाले महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों से वंचित हैं।
बीएमएफ को मिली जानकारी के अनुसार, पत्रकारों को आयुष्मान कार्ड जारी न किए जाने का मुख्य कारण सूचना निदेशालय द्वारा आयुष्मान कार्ड कार्यालय को पत्रकारों की संख्या के अनुरूप बजट का न भेजा जाना है।
इस गंभीर स्थिति पर संज्ञान लेते हुए, एके बिंदुसार ने एक बार फिर मीडिया कर्मियों एवं पत्रकारों की जनगणना कराए जाने की जोरदार मांग उठाई है। भारतीय मीडिया फाउंडेशन लंबे समय से इस मांग को उठाता रहा है, ताकि मीडिया कर्मियों एवं पत्रकारों की सही संख्या का आकलन हो सके और उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
बिंदुसार ने इस बात पर जोर दिया कि प्रिंट, एवं इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के सभी पत्रकारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मिलना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सूचना निदेशालय और माननीय मुख्यमंत्री महोदय से अपील की कि वे इस मामले पर विशेष ध्यान दें और पत्रकारों के साथ न्याय सुनिश्चित करें।
बीएमएफ का यह कदम पत्रकारों के स्वास्थ्य सुरक्षा के अधिकार के लिए एक महत्वपूर्ण आवाज है, जो राज्य सरकार से इस लंबित मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आग्रह करता है।