
नई दिल्ली।
मीडिया रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर एवं भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने बताया कि मीडिया रिसर्च सेंटर का कार्य एवं उद्देश्य बहुआयामी होते हैं और विशिष्ट संस्थान के लक्ष्यों और फोकस के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य कार्य और उद्देश्य इस प्रकार हैं।
मीडिया रिसर्च सेंटर के मुख्य कार्य:
1- अनुसंधान करना: मीडिया से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर व्यवस्थित और वैज्ञानिक अनुसंधान करना। इसमें मीडिया सामग्री का विश्लेषण, दर्शकों का अध्ययन, मीडिया के प्रभाव का आकलन, मीडिया उद्योग के रुझानों का विश्लेषण, और मीडिया नीतियों का मूल्यांकन शामिल हो सकता है।
2- डेटा संग्रह और विश्लेषण: मीडिया उपयोग, दर्शकों की जनसांख्यिकी, मीडिया खपत के पैटर्न, और मीडिया के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रभावों से संबंधित डेटा एकत्र करना और उसका विश्लेषण करना।
3- रिपोर्ट और प्रकाशन: अनुसंधान निष्कर्षों को रिपोर्ट, अकादमिक पत्रिकाओं, पुस्तकों और अन्य माध्यमों से प्रकाशित करना ताकि ज्ञान का प्रसार हो सके।
4- सम्मेलन और कार्यशालाएं आयोजित करना: मीडिया से जुड़े विभिन्न हितधारकों (जैसे शिक्षाविद, उद्योग पेशेवर, नीति निर्माता) के बीच संवाद और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए सम्मेलन, सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करना।
5- नीतिगत सलाह: अनुसंधान निष्कर्षों के आधार पर मीडिया नीतियों और विनियमों के संबंध में सरकारों, नियामक निकायों और अन्य संगठनों को सलाह देना।
6- जन जागरूकता बढ़ाना: मीडिया साक्षरता, मीडिया के प्रभाव और मीडिया नैतिकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना।
7- प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण: मीडिया पेशेवरों, छात्रों और अन्य इच्छुक व्यक्तियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और क्षमता निर्माण गतिविधियां आयोजित करना।
8-संग्रहण और अभिलेख: ऐतिहासिक और समकालीन मीडिया सामग्री का संग्रह और अभिलेखन करना ताकि भविष्य के अनुसंधान के लिए संसाधन उपलब्ध रहें।
मीडिया रिसर्च सेंटर के सामान्य उद्देश्य:
1- मीडिया के बारे में ज्ञान को आगे बढ़ाना: मीडिया के विभिन्न पहलुओं की गहरी समझ विकसित करना और मीडिया अध्ययन के क्षेत्र में योगदान करना।
2- मीडिया के सामाजिक प्रभाव को समझना: यह जांचना कि मीडिया व्यक्तियों, समाजों और संस्कृतियों को कैसे प्रभावित करता है।
3- मीडिया उद्योग को सूचित करना: मीडिया उद्योग में रुझानों, चुनौतियों और अवसरों पर शोध-आधारित अंतर्दृष्टि प्रदान करना।
4- मीडिया नीति को आकार देना: साक्ष्य-आधारित अनुसंधान के माध्यम से सूचित और प्रभावी मीडिया नीतियों के निर्माण में योगदान करना।
5-जिम्मेदार मीडिया प्रथाओं को बढ़ावा देना: मीडिया नैतिकता, सटीकता और निष्पक्षता के सिद्धांतों को बढ़ावा देना।
6- नागरिकों को सशक्त बनाना: मीडिया साक्षरता बढ़ाकर और आलोचनात्मक सोच कौशल विकसित करके नागरिकों को मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करने में मदद करना।
प्रत्येक नागरिक के प्रति जवाबदेही:
मीडिया रिसर्च सेंटर सीधे तौर पर प्रत्येक नागरिक के प्रति कई तरह से जवाबदेह हो सकता है:
7-सार्वजनिक रूप से अनुसंधान निष्कर्षों को साझा करना: अपने शोध के निष्कर्षों को आसानी से समझने योग्य प्रारूपों में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराकर, जैसे कि सारांश, इन्फोग्राफिक्स और सार्वजनिक व्याख्यान।
8- मीडिया साक्षरता पहल: मीडिया साक्षरता कार्यक्रमों और संसाधनों को विकसित और बढ़ावा देकर नागरिकों को मीडिया संदेशों का आलोचनात्मक मूल्यांकन करने और सूचित निर्णय लेने में मदद करना।
9- नागरिकों की चिंताओं को संबोधित करना: मीडिया से संबंधित सार्वजनिक चिंताओं और प्रश्नों को सुनना और अपने अनुसंधान एजेंडा में उन्हें शामिल करना।
10-निष्पक्षता और वस्तुनिष्ठता बनाए रखना: अपने अनुसंधान में उच्च स्तर की निष्पक्षता और वस्तुनिष्ठता बनाए रखना और किसी भी निहित स्वार्थ से बचना।
11- पारदर्शिता: अपनी फंडिंग स्रोतों, अनुसंधान विधियों और निष्कर्षों के बारे में पारदर्शिता बनाए रखना।
12-सार्वजनिक संवाद में योगदान: मीडिया से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर सार्वजनिक संवाद को बढ़ावा देना और विभिन्न दृष्टिकोणों को प्रस्तुत करना।
एके बिंदुसार ने बताया कि मीडिया रिसर्च सेंटर मीडिया के अध्ययन और समझ को बढ़ावा देने, मीडिया उद्योगपति और नीति निर्माताओं को सूचित करने, और अंततः नागरिकों को मीडिया के प्रति अधिक जागरूक और आलोचनात्मक बनने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी जवाबदेही नागरिकों को विश्वसनीय और सुलभ जानकारी प्रदान करने और उन्हें मीडिया के जटिल परिदृश्य को नेविगेट करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में सहायता करने में निहित है।