
एटा,जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लगने पर भारी मात्रा में नोटों के मिलने की जानकारी दमकल कर्मियों को 14 मार्च 25 को हो गई थी लेकिन एक हफ्ते तक मीडिया इस मामले को दवाई रही और दमकल कर्मियों ने पुलिस विभाग ईडी सीबीआई उच्च न्यायालय केंद्र सरकार उच्चतम न्यायालय आदि सभी विभागों को पूर्ण जानकारी होने के बावजूद भी जस्टिस वर्मा के घर का वह हिस्सा जहां भारी मात्रा में नोट मिले थे उसे सील ना करना जांच एजेंसियों की कर्तव्य निष्ठा पर प्रसिद्ध चिन्ह लगता है क्या जांच एजेंसी या सरकार के किसी बड़े अधिकारी या बड़े प्रभावशाली व्यक्ति मंत्री आदि के दबाव में काम कर रहा है एक मामूली आदमी के साथ मीडिया गला फाड़ फाड़ कर चिल्ला रहा होता कि उसको बंद होना चाहिए जेल जाना चाहिए लेकिन जस्टिस वर्मा जो न्याय की कुर्सी पर बैठते थे न्याय करते थे उनके यहां इतनी बड़ी मात्रा में जो सैकड़ो करोड़ की अंदाज़ लोग लग रहे हैं नकदी पांच 500 के नोट तथा घर के बाहर जले हुए अधज ले नोट मिलन गंभीर चिंता का विषय है माननीय उच्चतम न्यायालय को संज्ञान लेकर तुरंत f I r दर्ज कराकर सीबीआई से और इनकम टैक्स e d आदि विभागों से इसकी उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए ताकि न्यायपालिका की स्वच्छता एवं कर्तव्य निष्ठा एवं नयाए दिलाने वालों के चरित्र पर कोई ढबा जनता ना लगा सके मोहम्मद इरफान एडवोकेट पूर्व सांसद प्रत्याशी 22 लोकसभा क्षेत्र एटा