अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार करने वाली तेलंगाना पुलिस से उत्तर प्रदेश पुलिस को सीखना चाहिए.. तेलंगाना पुलिस की ये कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए सबक है.. आप सबको याद होगा हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ साकार विश्व हरि के सत्संग में भगदड़ मची थी और 121 लोगों की मौत हो गई थी.. इसी तरह अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा 2 की लांचिंग के कार्यक्रम में भगदड़ मची और एक महिला की मौत हो गई. दोनों ही जगह हादसों में आयोजकों की कमियों और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही को विजय माना जा रहा है. हालांकि, तेलंगाना पुलिस ने अल्लू अर्जुन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और यूपी में नारायण साकार हरि के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया.. तेलंगाना पुलिस ने अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार भी कर लिया जबकि इस दुखद घटना में उनका कोई हाथ नहीं था.. इधर यूपी में, बाबा नारायण साकार हरि के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या), 110 (गैर-इरादतन हत्या की कोशिश), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (सरकारी आदेश की अवज्ञा), 238 (सबूतों को छिपाना) के तहत आरोप लगाए गए थे. साउथ स्टार अल्लू अर्जुन के खिलाफ भी चार धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. उनके खिलाफ बीएनएस अधिनियम की धारा 105, 118(1), और 3/5 लगी हैं और गैर जमानती वॉरेंट निकला है. अल्लू पर लगी धाराओं में धारा 105 एक गैर-जमानती अपराध है जिसमें दोषी पाए जाने पर 5 से 10 साल की जेल की सजा हो सकती है. तेलंगाना पुलिस ने ये परवाह नहीं की कि अल्लू अर्जुन कौन है.. अल्लू अर्जुन कितने बड़े स्टार हैं.. 6 दिन पहले रिलीज उनकी फिल्म पुष्पा 2 दुनियाभर में धूम मचा रही है, ये भी नहीं सोचा.. सिर्फ कानून का पालन किया और उन्हें पकड़कर जेल में डाल दिया. इधर यूपी में सब यही सोचते रहे कि 121 मौतों के जिम्मेदार नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को कैसे बचाया जाए!! एफआईआर में उनका नाम तक नहीं शामिल किया..