एटा, माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देश के अनुपालन एवं दिनेश चन्द, माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एटा के आदेशानुसार एवं कमालुद्दीन, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एटा के निर्देशन में जनपद न्यायालय परिसर में उमेश कुमार त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी, एटा की उपस्थिति में स्वास्थ्य टीम के द्वारा न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
उक्त स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में डॉ० चैतन्य चौहान के द्वारा नियमित दिनचर्या के माध्यम से जीवन यापन किये जाने के सम्बन्ध में उपस्थित लोगों को जागरूक किया गया तथा उन्होंने बताया कि गलत दिनचर्या एवं खान-पान के कारण आज समय में शुगर, ब्लड प्रेसर, कैंसर तथा अन्य बीमारियाँ होती हैं। लोगों को फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर के सम्बन्ध में मौजूद सभी को विस्तृत जानकारी दी तथा इसके बचाव से भी अवगत कराया।
माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एटा द्वारा अध्यक्षीय उदबोधन में अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा गया कि हमारी जीवन शैली ऐसी होनी चाहिए जिसमें हम सभी अधिकतम स्वास्थ्य लाभ उठा सकें, जैसे काम के साथ काम ही नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल करते हुए अपने शरीर को अल्प विराम भी देते रहना चाहिए। जिससे कि हमारे शरीर पर दुष्प्रभाव न पड़े और हम सभी स्वस्थ एवं निरोगी बने रहें। डॉक्टरों की टीम के द्वारा न्यायिक अधिकारीगण, कर्मचारीगण तथा अधिवक्ताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और आवश्यक जीवन रक्षक दवाएँ भी उपलब्ध कराईं गयीं।
इस अवसर पर अहमद उल्लाह खां, पीठासीन अधिकारी, एम०ए०सी०टी०, समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ० सुरेश चन्द्रा, डॉ० चैतन्य चौहान, डॉ० नीतू सिंह एवं अन्य डॉक्टर्स, अधिवक्तागण, वादकारीगण मौजूद रहे।