
बिजली उपभोक्ताओं को अब बिल जमा करने के लिए कोई परेशानी नहीं होगी। बिजली निगम ने निजी संस्थाओं से बड़े सौदे किए हैं। इन संस्थाओं में काम करने वाले कर्मचारी डोर-टू-डोर जाकर बिजली का बिल कैश जमा करेंगे और उसी समय पर रसीद भी देंगे। उपभोक्ताओं को इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। एजेंसी भी अलग-अलग डिवीज़न में बिल जमा करने के लिए काउंटर खोलेगी और इससे उपभोक्ता आसानी से बिल जमा कर सकेंगे। जानकारी के मुताबिक बिजली निगम ने इस काम को मेसर्स सरल ई कॉमर्स लिमिटेड, मेसर्स राना पे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स सहज रिटेल लिमिटेड, मेसर्स बीएलएस इंटरनेशनल लिमिटेड और मेसर्स वयम टेक्नालॉजी लिमिटेड को सौंपा है। साथ ही, संस्थाएं अपने कर्मचारियों को ड्रेस और आईकार्ड देगी। इसके साथ ही बिजली निगम ने मीटर रीडरों के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए अब मीटर रीडरों की स्थानों को ट्रेस करने की योजना बनाई है। इससे पता लगाया जाएगा कि उपभोक्ताओं के घर मीटर रीडर आ रहे हैं या नहीं।