दिल्ली पुलिस किसी पत्रकार का गला नहीं दबा रही, लोकतंत्र का गला घोंट रही है। सरकार में बैठे उच्च पदों पर आसीन मंत्रियों और अधिकारियों को इस मामले को लेकर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए क्या अधिकारियों से सवाल करना या सही खबर लिखने पर पत्रकार की आवाज को दबाया जाएगा या पत्रकार बर्दाश्त नहीं करेगा या जो भी कुछ हो रहा है सरकार के इशारे पर हो रहा है
मैं दिल्ली की घटना पुरजोर आलोचना करता हूँ