बिना नक्शा पास कराए शहर में खड़ी हो रहीं इमारतें
शहर की सुंदरता को ग्रहण लगने के साथ ही पालिका को राजस्व की हो रही क्षति ——–
अंबेडकरनगर। शहरी क्षेत्र में बसने की जल्दबाजी में लोग नियम कानून को ताक पर रख कर धड़ल्ले से सपनों का शीश महल खड़ा करने में जुटे हैं. जल्दीबाजी का आलम यह है कि लोग नगर पालिका से बिना नक्शा पास कराये ही मकान बनाना शुरू कर दे रहे हैं. वर्त्तमान समय में शहर के प्राय
सभी वार्डों में कोई न कोई व्यक्ति अपना मकान बना रहे हैं. सभी लोग नगर पालिका एक्ट के विपरीत ही मकान बनाने में लगे हैं. दो सालों से नगर पालिका क्षेत्र में बिना नक्शा पास हजारों लोग साल के अंदर बिना नक्शा पास कराये शीश महल खड़ा कर लिये. नगर पालिका क्षेत्र में मकान बनाने के लिए नगर पालिका से नक्शा बनाना अनिवार्य रहता है.
शहर में बेतरतीब ढंग से बहुमंजिली इमारतें खड़ी करने का सिलसिला रुक नहीं रहा है। नगर निगम द्वारा पास नक्शे की अनदेखी की जा रही है। ऐसे में शहर की सुंदरता को ग्रहण लगने के साथ ही नगर पालिका को राजस्व की भी क्षति हो रही है।लोगों ने नक्शे की अनदेखी कर मकान बना लिए। नक्शा के तहत मकान निर्माण को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसमें मुख्य रूप से सड़क एवं गली से एक से दो फीट छोड़कर मकान का निर्माण करना है।शहर में चर्चा है कि निर्माण कार्य शुरू होते ही नगर पालिका के कुछ लोग वहां पहुचते है। वहीं कुछ लेनदेन के बाद बिना नक्शा पास कराए निर्माण कार्य जारी रहता है।बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि अगर नगर पालिका सिर्फ बिना नक्शा पास कराए भवन निर्माण पर रोक लगा दे तो सरकारी राजस्व की प्राप्ति के साथ जमीन फर्जीवाड़ा भी बंद हो जाएगा। वहीं सरकारी जमीन भी बच जाएगी।शहर में नियमों को ताक पर रख कर मकान बनाने से गली-नाली की समस्या उत्पन्न होने लगी है. पानी का निकास बाधित होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, विकास योजना के तहत नगर पालिका को गलियों व नालियों का निर्माण कर पाना मुश्किल हो गया है। लेकिन, मकान बनाने में न कोई नगरपालिका अधिनियम का पालन करता है और न ही अधिकारी इसके प्रति गंभीर दिखते हैं. शहर की लगातार आबादी बढ़ती जा रही है.बताया जाता है कि जमीन की अधिक कीमत होने के कारण अधिकतर लोग अपने मकान के आगे या चारों ओर जमीन नहीं छोड़ते है. मकान धरातल से ऊंचा होता है जिससे मकान में जाने के लिए सीढ़ी की आवश्यकता होती है. मकान के आगे सीढ़ी के लिए जमीन नहीं छोड़ने के कारण वे गली में सीढ़ी बना लेते हैं, जिसके कारण गली काफी संक्रिण हो जाता है. लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।