वाराणसी, । उच्चतम न्यायालय के आदेश पर शनिवार को ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाना का सील खोला गया, फिर उसकी सफाई की गई। शनिवार सुबह नौ बजे नगर निगम और मत्स्य विभाग के कर्मचारी विश्वनाथ धाम के गेट संख्या चार पर पहुंच गए। एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय ने उनका ब्योरा जुटाया। कुछ देर बाद पुलिस कमिश्नर, डीएम समेत कई अधिकारी, वादी-प्रतिवादी व उनके पैरोकार-अधिवक्ता भी पहुंच गए थे।
डीएम के निर्देश पर सफाई से पूर्व सभी से सहमित पत्र पर हस्ताक्षर कराया गया। फिर 26 कर्मचारियों ने हौज की सफाई शुरू की। उनमें 15 नगर निगम के सफाईकर्मी, बाकी मत्स्य विभाग व फायर ब्रिगेड के कर्मचारी थे। दोपहर 12 बजे तक सफाई पूरी कर सभी परिसर से बाहर निकल आए। इस दौरान दर्शनार्थियों को दूसरी तरफ से प्रवेश दिया जा रहा था। हौज का पूरी तरह पानी हटने के बाद लगभग साढ़े चार फीट की शिवलिंग जैसी आकृति दिखने लगी। अधिकारियों ने पानी निकलने के बाद आकृति सहित आसपास के पूरे क्षेत्र अवलोकन किया और उसकी रिपोर्ट तैयार कराई। उधर, वादी पक्ष का कहना था कि 17 मई 2022 को जब वुजूखाना सील हुआ तब हौज में केवल एक फीट पानी था। वर्तमान में पानी तीन से चार फीट था।