
सोना देश में गुरुवार को नई ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है. देशभर के सराफा बाजारों में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 49,318 रुपये पर पहुंच गई.
गुरुवार सुबह सोने की कीमत में 196 रुपये की तेजी देखी गई. इसके पहले बुधवार को सोना 49,122 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.
चांदी भी चमकी
गुरुवार को चांदी भी 1092 रुपये महंगी होकर 51,232 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई. इंडिया बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक गुरुवार को 23 कैरेट सोना 195 रुपये की बढ़त के साथ 49,120 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 179 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़कर 45,175 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया.
जानकारों के मुताबिक कोरोना संकट की वजह से सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित साधन माना जा रहा है. इसकी वजह से इसमें मजबूती बनी हुई है.
छह महीने में 25 फीसदी का रिटर्न
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच जब देश में लॉकडाउन और अन्य वजहों से इकोनॉमी पस्त थी, तब गोल्ड ने 12 फीसदी का रिटर्न दिया. इस साल की शुरुआत से अब तक यानी करीब छह महीने में गोल्ड में 25 फीसदी की बढ़त हो चुकी है. 1 जनवरी को सोना 39,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था. यानी इस साल की शुरुआत से अब तक सोने में निवेश रखने वालों ने अच्छा रिटर्न हासिल किया.
गौरतलब है कि परंपरागत रूप से सोने को संकट के दौर का सबसे पसंदीदा निवेश साधन माना जाता रहा है. अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशक इस बात पर नजर रखेंगे कि प्रमुख देशों के आर्थिक आंकड़े किस तरह के रहते हैं और आगे इकोनॉमी क्या आकार लेती है.
क्या अब निवेश करना चाहिए
सोने में निवेश को उतार-चढ़ाव के दौरान कवच के रूप में देखा जाता है. ब्याज दरें घटते जाने की वजह से भी लोग गोल्ड में निवेश पसंद कर रहे हैं. आप यदि मौजूदा कीमत पर सोना खरीदने का मन बना चुके हैं तो एक तो लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की सोच कर रखें और ज्यादा रिटर्न की उम्मीद न करें. पिछले एक साल में सोने ने जितना बेहतरीन रिटर्न दिया है, उतना अब मिलना मुश्किल है.