
एटा 12, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी यश कुमार वर्मा ने जनपद एटा के समस्त दिव्यांगजनों एवं उनके सहयोग के लिए कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ता तथा संस्थाओं को सूचित किया जाता है कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजना के अन्तर्गत चलने-फिरने की समस्या से सम्बंधित दिव्यांगजनों के लिये ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर, वैसाखी, घलने में सहायता के लिए वॉकर /रोलेटर; दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए सामान्य छड़ी/स्मार्ट छड़ी (कम्पन करने वाली छड़ी), स्मार्ट फोन, डेजी प्लेयर, टैबलेट; श्रवण बाधित दिव्यांगजनों के लिये कान की मशीन; मानसिक दिव्यांगता से सम्बन्धित दिव्यांगजनों के लिए एम०आर० किट एवं सी०पी० चेयर, कुष्ठ रोग के कारण उत्पन्न हुई दिव्यांगता के अन्तर्गत आने वाले दिव्यांगजनों के लिए ए०डी०एल० किट इत्यादि सहायक उपकरण निःशुल्क प्रदान किये जाते हैं। यह योजना अब ऑनलाइन है जिसके लिये किसी भी जनसेवा/लोकवाणी केन्द्र से विभागीय पोर्टल https://divyangjanup.upsdc.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कराया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि आवश्यक अभिलेख एवं पात्रता हैं – दिव्यांगजन आवेदक जनपद एटा का मूल निवासी हो। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जारी दिव्यांगता प्रमाण पत्र/यू०डी०आई०डी० कार्ड जो 40 प्रतिशत या उससे अधिक का हो। तहसील अथवा जनप्रतिनिधियों जैसे कि प्रधान, शहरी क्षेत्रों के चेयरमैन, मा० विधायकगण एवं मा० सांसद आदि के द्वारा जारी गरीवी रेखा का आय प्रमाण पत्र (ग्रामीण क्षेत्र के लिये रू0 46080 चार्षिक एवं शहरी क्षेत्र के लिये रू0 56460 यार्षिक सीमा तक)। तहसील द्वारा जारी जाति प्रमाण पत्र। निवास प्रमाण पत्र/आधार कार्ड की छायाप्रति। दिव्यांगजन व्यक्त्ति का एक फोटो (जिसमें दिव्यांगता दिखायी देती हो) एवं उनका अथवा उनके किसी परिचित का मोबाइल नम्बर। ऑनलाइन आवेदन में दिये प्रारूप पर आवश्यक उपकरण हेतु सरकारी चिकित्साधिकारी की संस्तुति।
उन्होंने कहा कि इच्छुक दिव्यांगजन ऑनलाइन आवेदन कराकर उसकी हार्डकापी समस्त संलग्नकों सहित किसी भी कार्य दिवस में कार्यालय जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, जिला पंचायत परिसर, एटा में उपलब्ध कराकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।