
तीनों लोको में कोई भी भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र को उठाना तो दूर , छू तक नहीं सकता था | पौराणिक कथाओं के अनुसार ‘ यह चक्र भगवान शिव ने भगवान विष्णु को दिया था | इस चक्र की ताकत का अंदाजा इस भी लगा सकते हो की जब एक बार अश्वधामा ने श्री कृष्ण से अपने ब्रम्हशिर अस्त्र के बदले उनका सुदर्शन चक्र मांगा था!
लेकिन तब ब्रम्हशीर जैसे घातक अस्त्र चलाने वाला आश्वाधामा सुदर्शन चक्र को देख भी नहीं पा रहा था | प्राचीन काल में बड़े बड़े योद्धाओं के पास बहुत से दिव्यास्त्र होते थे लेकिन सुदर्शन चक्र को केवल भगवान और भगवती को ही धारण किए हुए देखा गया है | भगवान विष्णु के अवतार भी सुदर्शन चक्र को धारण कर सकते थे!
एक कथा के अनुसार परशुराम जी ने यह अस्त्र श्री कृष्ण को दिया था! परशुराम के अलावा श्री राम भी सुदर्शन चक्र का उपयोग कर सकते थे लेकिन समय की आवश्यकता के अनुसार ही भगवान अस्त्रों का प्रयोग करते है |
दोस्तो अगर आप भी भगवान श्री राम के सच्चे भक्त है तो कमेंट्स में जय श्री राम अवश्य लिखना |