
शक्तिनगर, सोनभद्र से प्राप्त समाचार के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता और भाजपा बूथ अध्यक्ष की पिटाई का मामला सामने आया है। इस घटना ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दों को उजागर किया है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने अब सोनभद्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार भ्रष्टाचार का ऑपरेशन करने का ऐलान कर दिया है।
बिंदुसार ने कहा कि प्रेस काउंसिल आफ इंडिया से लेकर मानवाधिकार आयोग भारत सरकार एवं सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर सोनभद्र के समस्त पुलिसकर्मियों पुलिस अधिकारियों एवं जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों को नोटिस भेजवाई जाएगी।
बिंदुसार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच कराने की मांग की।
घटना का विवरण:
पीड़ित: राघवेंद्र सिंह, आरटीआई कार्यकर्ता और भाजपा अंबेडकर नगर बूथ अध्यक्ष।
आरोप: कलिंगा कंपनी के एचआर हेड हेमंत और बाउंसरों द्वारा राघवेंद्र सिंह के साथ गाली-गलौज और मारपीट।
स्थान: एनसीएल खड़िया खदान, शक्तिनगर थाना क्षेत्र, सोनभद्र।
कारण: राघवेंद्र सिंह स्थानीय विस्थापित और प्रभावित लोगों के समायोजन के मुद्दे पर बात करने के लिए कलिंगा कंपनी के कार्यालय गए थे।
आरोप यह भी है की कलिंगा कंपनी में नौकरी के लिए विशेष कोटा और रिफरेंस का प्रावधान है, और स्थानीय युवाओं को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
दलित युवक के साथ दुर्व्यवहार: करण कुमार, एक दलित युवक और पूर्व भाजपा बूथ अध्यक्ष, जब बीच-बचाव करने गए, तो उनके साथ भी गाली-गलौज और मारपीट की गई।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
राघवेंद्र सिंह ने डायल 112 पर घटना की सूचना दी।
स्थानीय थाना प्रभारी कुमुद शेखर सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन राघवेंद्र सिंह का आरोप है कि उन्होंने न्याय दिलाने के बजाय कलिंगा कंपनी का पक्ष लिया और उन्हें धमकाया।
क्षेत्र में भ्रष्टाचार के आरोप:
सोनभद्र में बड़े पैमाने पर बालू खनन, खदान खनन, मिट्टी खनन और अंतरराज्यीय पशु तस्करी के आरोप हैं।
पुलिस पर इन गतिविधियों में सहयोग करने का आरोप है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने सोनभद्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का सहारा लेंगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन की प्रतिक्रिया:
भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने सोनभद्र में बढ़ते भ्रष्टाचार के मामलों को गंभीरता से लिया है।
फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
उन्होंने पत्रकारों के उत्पीड़न के मामले में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखने की बात कही है।
उन्होंने सोनभद्र के सभी भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और कंपनियों के प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने सोनभद्र के मामले में उच्च स्तरीय जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने की मांग की है।
उन्होंने यह भी कहा कि सोनभद्र में पुलिस से लेकर लेखपाल तक सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कलिंगा कंपनी द्वारा भर्ती में कोटा प्रणाली अपनाई जा रही है।
स्थानीय युवाओं को नौकरी पाने के लिए प्रभावशाली लोगों के रेफरेंस की आवश्यकता होती है।
स्थानीय लोगों का कहना है की उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
यह घटना सोनभद्र में भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती है।