
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन इकाई एटा द्वारा किया पत्रकार सम्मेलन व सम्मान समारोह आयोजित
एटा। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन (ग्रापए) के विशेष कार्यक्रम में पत्रकारों की चुनौतियों, सुरक्षा, अधिकारों और ग्रामीण पत्रकारिता को मजबूत करने पर विस्तार से चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजबहादुर उपाध्याय ने की, जबकि संचालन कार्यक्रम संयोजक एवं एटा जिलाध्यक्ष पीएस राजपूत ने किया।
इस अवसर पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक स्मृति शेष बाबू बालेश्वर जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके योगदान को याद किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार रहे। जबकि विशिष्ठ अतिथि प्रदेश महामंत्री (संगठन) महेंद्र नाथ सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष श्यामसुंदर पाराशर, प्रदेश कोषाध्यक्ष छोटे लाल चौधरी रहे। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष विंध्याचल राजेश अग्रहरि, जिलाध्यक्ष आगरा विष्णु सिकरवार, जिलाध्यक्ष हाथरस शंभूनाथ पिरोहित, जिलाध्यक्ष अलीगढ़ अनिल गोवल, जिलाध्यक्ष कानपुर रामचीज निषाद सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान समाज में विशेष योगदान देने वाले छः व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
अरविंद चौहान – स्वास्थ्य जागरूकता के लिए।
सीमा वार्ष्णेय– महिलाओं को जागरूक करने के लिए।
लेखिका वर्मा – बच्चों में राष्ट्रप्रेम की भावना विकसित करने के लिए।
वैभव जैन– पशु-पक्षियों की निस्वार्थ सेवा के लिए।
शिवकुमार – बीस वर्षों से राष्ट्रभक्ति जागरूकता अभियान चलाने के लिए।
जोगिंदर राठौर – दो सौ लोगों को नदी में डूबने से बचाने के लिए।
कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज एटा की प्रधानाचार्य रजनी पटेल, ब्लॉक प्रमुख पुष्पेंद्र लोधी और सहायक जिला सूचना अधिकारी कमल दीप यादव भी उपस्थित रहे।
प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन 1982 से पत्रकारों के अधिकारों और उनके हितों के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने संस्थापक स्मृति शेष बाबू बालेश्वर जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि संगठन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पत्रकारिता को सशक्त करना है।
उन्होंने कहा,ग्रामीण पत्रकार कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, लेकिन हमें अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटना चाहिए। पत्रकारिता समाज को सही दिशा दिखाने का सशक्त माध्यम है।
महेंद्र नाथ सिंह ने कहा – पत्रकारों की सुरक्षा और अधिकार सर्वोपरि प्रदेश महामंत्री (संगठन) महेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना संगठन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने ग्रामीण पत्रकारों को संगठित रहने और सशक्त बनने का संदेश देते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में कार्यरत पत्रकारों को अधिक सहूलियतें और सुविधाएं मिलनी चाहिए।
उन्होंने सरकार से पत्रकारों के लिए बीमा योजना, सुरक्षा कानून,अधिस्वीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और कल्याणकारी योजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन की मांग की।
प्रदेश उपाध्यक्ष श्यामसुंदर पाराशर ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता, लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने के नाते, समाज की असली आवाज है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पत्रकारों को स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता को बनाए रखने के लिए हमेशा संघर्षरत रहना चाहिए।
उन्होंने सरकार से मांग की हैं कि ग्रामीण पत्रकारों को कानूनी सुरक्षा दी जाए और उनके लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए ताकि वे और अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकें।
कार्यक्रम में मौजूद पत्रकारों ने एकजुट होकर संगठन को और मजबूत करने का संकल्प लिया और पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखने का आह्वान किया। जिला इकाई एटा द्वारा किए गए भव्य आयोजन से प्रदेश पदाधिकारी खुश नजर आए।