यूपी : एनसीईआरटी की 70 करोड़ की नकली किताब छापने के मामले में भाजपा नेता संजीव गुप्ता पार्टी से निकाले गए

सूबे के मेरठ ज़िले में एनसीईआरटी की 70 करोड़ की नकली किताब छापने के मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई में भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता का नाम सामने आने के बाद पार्टी ने शनिवार को सभी पदों से हटाते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट भेज दी गई है।
शुक्रवार को पुलिस की बड़ी कार्रवाई में भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता और उनके रिश्तेदार सचिन गुप्ता के प्रिंटिंग प्रेस में बड़ी मात्रा में एनसीईआरटी की नकली किताबें बरामद की गई। शुक्रवार और शनिवार को पुलिस टीम मामले की जांच करती रही। शनिवार को संजीव गुप्ता, सचिन गुप्ता और अन्य के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया। पुलिस की कार्रवाई के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने मामले को गंभीरता से लिया। भाजपा महानगर अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद पार्टी की छवि को ध्यान में रखकर तत्काल प्रभाव से सभी पदों से संजीव गुप्ता को हटा दिया। साथ ही पार्टी से उन्हें निलंबित कर दिया है। भाजपा महानगर अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी की प्रतिष्ठा पहले है। ऐसे में किसी को बख्शे जाने का सवाल ही नहीं है।
आपको बता दें कि एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें छापने के मामले में यूपी एसटीएफ की कार्रवाई पिछले 36 घंटे से जारी है। एक टीम मेरठ तो दूसरी टीम गजरौला में डेरा डाले है। किताबों की गिनती चल रही है। अब तक करीब 20 लाख किताबों की गिनती पूरी हो चुकी है। कुछ और भी प्रिंटिंग प्रेस व गोदामों की खबर मिली है। उन पर एसटीएफ गोपनीय काम कर रही है। गजरौला में इंस्पेक्टर सुनील कुमार और मेरठ में सब इंस्पेक्टर संजय कुमार ने कार्रवाई की। दोनों टीमों का नेतृत्व एसटीएफ डीएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने किया। दोनों जनपदों में कार्रवाई के दौरान डीएसपी स्वयं मौजूद रहे। गजरौला की कार्रवाई पूरी रात चली।
ख़बरों के अनुसार मेरठ में गोदाम कर्मचारियों का कहना है कि यहां एनसीईआरटी की किताबें फर्जी तरीके से छापी जाती हैं। फर्जी तरह से उनके बिल बनते हैं। इसके बाद कई राज्यों में सप्लाई होती हैं। मजदूरों ने बताया कि संजीव गुप्ता के लिए वह पिछले आठ साल से यही काम कर रहे हैं। एसटीएफ का अनुमान है कि आरोपियों ने करीब 40 करोड़ की अवैध संपत्ति इस काली कमाई से जुटाई है।
मामले में संजीव गुप्ता निवासी मोहल्ला भाटवाड़ा बुढ़ाना गेट (मालिक), सचिन गुप्ता निवासी सुशांत सिटी (मालिक), विकास त्यागी निवासी मेरठ (मुख्य सहयोगी), नफीस निवासी मेरठ (मुख्य सहयोगी), सुनील कुमार निवासी इंद्रानगर ब्रह्मपुरी (सुपरवाइजर), शिवम निवासी बागपत बस स्टैंड मेरठ (बिलिंग), राहुल निवासी नई गोविंदपुरी कंकरखेड़ा (बिलिंग) एवं आकाश निवासी इंद्रानगर ब्रह्मपुरी (मार्केटिंग) के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।