एटा डीपीओ की छोटे बजट पर गिद्ध दृष्टि
जिले भर की आंगनबाडियों को
बड़े फ्राड में फंसाया..!

एटा – एटा 15 मई 2023 बजटीय निर्गमन पर जिला स्तरीय अधिकारी जिस पैनी निगाह से उपयोग की बात करते हैं। वह दरअसल अफसरों की गिद्ध दृष्टि होती हैं। ऐसे ही विभागीय स्कैम (घोटाला) बाल विकास विभाग में इन दिनों सुर्खियों चल रहा है। जिसको खुद डीपीओ बिना किसी लिखित निर्देश के परियोजनाओं पर दबाव बना कर करवा रहें हैं वह भी सिर्फ आंगनबाड़ियो के बहुत छोटे से बजट को हजम करने के लिए। पिछले तीन माह से अंदर अंदर चल रहे इस स्कैम की सुगबुगाहट पिछले महीनों से थी। आज उस समय मामला प्रेस की नजर में आया जब कुछ आंगनबाड़ी संघ के पदाधिकारियों ने बताया जो वाल राइटिंग ( भित्त लेखन) का बजट केंद्र की आंगनबाड़ी के मानदेय खातों में निर्गत हुआ है वह डीपीओ के मौखिक निर्देशों के नकद निकलवा कर एकत्रित किया जा रहा वाल राइटिंग के स्थान पर पॉलीथिन पेपर पर लेखा छोटा सा फ्रेम पकड़ाया जा रहा हैं उस पर न तो केंद्र का नाम और न आंगनबाड़ी का इसका बिल वाउचर नही दिया जा रहा। अर्बन परियोजना पर इस मामले में आंगनबाड़ीयों ने एतराज जताया। बताते हैं पिछल