विधि विभाग में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस।

विधि विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रजनीश कुमार पटेल थे। कुलपति जी ने अपने उद्बोधन में बताया कि हम सब काम करते हैं लेकिन हमारा कार्य पूर्ण नहीं होता है जिसकी वजह से हम कुछ लोगों को कार्य करने के लिए लेते है जिसके बदले में हम उनको कुछ भुगतान करते हैं।
प्राचीन काल से ही श्रमिकों को उनके कठिन कार्य के लिए भुगतान किया जाता रहा है चाहे वह भारतीय सभ्यता हो या फिर अमेरिकन सभ्यता। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया श्रमिकों का शोषण होना शुरू हो गया औद्योगिक होम आगे बढ़ता गया जिसकी वजह से आगे आते-आते श्रमिक कानून बना जिसमे कुछ दंड की बात की गयी।
मुख्य वक्ता प्रो. रजनीश कुमार पटेल जी ने अपने ताया कि प्रत्येक व्यक्ति जो अपनी जरूरत के लिए कार्य करता है श्रमिक कहलाता है। भारत में सर्वाधिक श्रमिक है। सभी प्रकार के अधिनियम का उद्देश्य श्रमिको के अधिकारों की रक्षा करना है।
अपने द्वारा किये गये कार्य का उचित दाम मिलना मुख्य मुद्दा है। लेबर लॉ हितो को सुरक्षा प्रदान बने के लिए बना है। मजदूर के दो अधिकार है पहला जो मेहनत कर रहा है उसका प्रतिफल उसे मिले दूसरा जिस वातावरण में यह कार्य कर रहा है ये वातावरण उचित हो। अतिथियों का स्वागत प्रो. रंजन कुमार विभागाध्यक्ष एवं संकाय अध्यक्ष ने किया तथा धन्यवाद
एवं संचालन मेराज हाशमी ने किया। इस अवसर पर विधि विमान के समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।