
उर्वरक कन्ट्रोल रूम प्रातः 10ः00 बजे से सायं 05ः00 बजे तक रहेगा क्रियाशील
बरेली, 24 अक्टूबर। रबी फसलों में प्रयोग हेतु जनपद के समस्त विकास खण्डों में सहकारी समितियों, अन्य व निजी क्षेत्र के उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर वर्तमान समय में रासायनिक उर्वरक जैसे यूरिया 5,56,355 बैग (25036 गै०टन), डी०ए०पी० 98,800 बैग (4940 मै०टन), एन०पी० के० 2,01,200 बैग (10060 मै०टन), एम०ओ०पी० 36520 बैग (1826 मै०टन) व सिंगल सुपर फास्फेट 71,780 बैग (3589 मै०टन) उपलब्ध है जो वर्तमान समय के लिये पर्याप्त है। माह अक्टूबर 2025 तक के लक्ष्य के सापेक्ष सभी उर्वरकों अधिक मात्रा में उपलब्ध है वर्तमान में यूरिया का लक्ष्य 3974 व उपलब्धता 26872, डी०ए०पी० का लक्ष्य 4364 व उपलब्धता 6445, एन०पी०के० का लक्ष्य 5082 व उपलब्धता 11465, एम०ओ०पी० का लक्ष्य 400 व उपलब्धता 2691 एवं सिंगल सुपर फास्फेट का लक्ष्य 764 व उपलब्धता 4105 है।

रबी सीजन की विभिन्न फसलों जैसे- चना, मटर, मसूर, गेहूँ, सरसों, तोरिया तथा आलू की बुवाई के समय फास्फेटिक उर्वरकों की आवश्यकता होती है, वर्तमान में फास्फेटिक उर्वरकों के कई विकल्प किसान भाईयों के लिये उपलब्ध है। जैसे डी०ए०पी०, एन०पी०के०, टी०एस०पी०, सिंगल सुपर फास्फेट किसान भाईयों को सूचित किया जाता है कि डी०ए०पी० उर्वरक में केवल 02 पोषक तत्व जैसे नत्रजन और फास्फोरस उपलब्ध होते है जबकि एन०पी०के० के विभिन्न ग्रेड के काम्पलेक्स फर्टिलाइजर में संतुलित रूप से नत्रजन, फॉस्फोरस एवं पोटेशियम तीनों अत्यन्त महत्वपूर्ण प्राथमिक पोषक तत्वों की उपलब्धता हो जाती है। आलू जैसी महत्वपूर्ण कमर्शियल फसल के लिये संतुलित उर्वरक विशेष रूप से पोटाश की उत्पादन एवं गुणवत्ता हेतु महत्वपूर्ण भूमिका है। उर्वरकों के संतुलित मात्रा में प्रयोग हेतु एक कृषक को प्रति है० के आधार पर डी०ए०पी० अधिकतम 05 बैग व यूरिया 07 बैग की मात्रा देय है।
जिलेभर में के किसान भाइयों को सुगमता पूर्वक सभी रासायनिक उर्वरक निर्धारित बिक्री मूल्य पर बिना किसी अन्य उत्पाद के उपलब्ध कराये जाने के लिये जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में उर्वरक कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी जो प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 10ः00 बजे से सॉय 05ः00 बजे तक क्रियाशील है, जिसका नम्बर 8126423416 है जिस पर कोई भी किसान उर्वरक सम्बंधी समस्या की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उनकी समस्या का तत्काल मौके पर ही निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा। जनपद में कृषि विभाग के जनपद एवं तहसील स्तरीय अधिकारियों व क्षेत्रीय कर्मचारियों के द्वारा नियमित रूप से भ्रमणशील रहते हुए अभी तक 612 छापे की कार्यवाही की गयी है 123 उर्वरक नमूने भरे गये है 28 विक्रेताओं को कारण बताओं नोटिस जारी किये गये है, अनियमितता पाये जाने पर 32 विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित किये गये है तथा 22 विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त किये गये है एवं 14 विक्रेताओं की बिक्री प्रतिबंधित की गयी है और 01 बिक्री केन्द्र को सील बन्द किया गया है तथा उर्वरकों का अवैध भण्डारण किये जाने पर 01 एफ०आई०आर० दर्ज करायी गयी है तथा उर्वरक की अधिक मात्रा बिक्री किये जाने पर 01 विक्रेता के विरुद्ध एफ०आई०आर० दर्ज कराये जाने की कार्यवाही की गयी है। इसके साथ ही जनपद में उर्वरकों की कालाबाजारी, ओवर रेटिंग एवं उर्वरकों के साथ अन्य उत्पादों की टैगिंग को रोकने के लिए सतत् निगरानी किये जाने हेतु प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा कर्मचारियों की डयूटी लगायी गयी है एवं तहसील स्तर पर सचल दल जिलाधिकारी द्वारा गठित की किये गये हैं जिसमें उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी पुलिस एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को लगाया गया है।
किसान भाइयों से अपील है कि जिले में वर्तमान समय में सभी रासायनिक उर्वरकों की लक्ष्य से अधिक उपलब्धता है और जनपद में सभी सहकारी एवं अन्य निजी क्षेत्र के उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर लगातार आपूर्ति करायी जा रही है, इसलिये किसान भाई किसी भी भ्रामक सूचना से भ्रमित ना हो और उर्वरकों का अनावश्यक भण्डारण ना करें तथा संस्तुत मात्रा में ही अपनी फसल में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करें उर्वरक सम्बंधी कोई भी समस्या होने पर उर्वरक कन्ट्रोल रूम जिसका नम्बर 8126423416 पर उर्वरक सम्बंधी समस्या की शिकायत दर्ज करा सकते हैं और समस्या का तत्काल मौके पर ही निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा।
उक्त जानकारी जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी ने दी